- चोर गिरोह के सदस्य समझ पांच लोगों को मार-पीट एवं बंधक बनाने का किया गया प्रयास
- नाहस उत्तर के पूर्व एवं वत्र्तमान मुखिया ने सूझबूझ से बचायी संदिग्धों की जान
- जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मानित
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 05 जून, जिला पदाधिकारी,मधुबनी एवं श्री दीपक वरनवाल,पुलिस अधीक्षक,मधुबनी के द्वारा मंगलवार को समाहरणालय स्थित कक्ष में प्रेस सम्मेलन को संबोधित किया गया। जिसमें बताया गया कि बिस्फी प्रखंड के नाहस उत्तर पंचायत में सोमवार की संध्या चोर के अफवाह में कुछ लोगों को पकड़कर मार-पीट एवं बंधक बनाने का प्रयास किया जा रहा था। जिसके बाद नाहस उत्तर पंचायत के वत्र्तमान मुखिया श्री गंगानाथ झा, पूर्व मुखिया श्रीमती रेणु देवी द्वारा सभी आरोपित व्यक्तियों को अपने घर में छुपा कर बचाया गया। तत्पष्चात उग्र भीड़ द्वारा मुखिया के घर को भी घेर लिया गया। मुखिया द्वारा साहसिक कदम उठाते हुए पतौना ओ.पी. को फेान कर बुलाया गया। तत्पश्चात पुलिस द्वारा सभी को थाना ले आया गया। सभी संदिग्ध लोगों की पहचान जयनगर प्रखंड के देवधा थाना क्षेत्र के देवधा मध्य गांव निवासी है। ये सभी दिल्ली से आर रहे मो. शाहिद पे0 समशाद को खोजने नाहस पहंचे थे। मो. शाहिद मानसिक रूप से बीमार है, जो दिल्ली से अपने घर आ रहा था। सकरी में बस से उतरकर वह भटकते हुए नाहस गांव पहुंच गया। जहां लोगों ने उसके संदिग्ध गतिविधि को देखते हुए चोर समझ लिया, और उसकी पिटाई कर दी। तत्पश्चात मो. शाहिद को खोजते हुए इरसाद, मो0 अब्दुल कलाम, मो.इरसाद, मो. जिलानी खोजते हुए एक संदिग्ध के पकड़े जाने की सूचना पर नाहस गांव पहुंचे। जहां उग्र ग्रामीणों द्वारा उक्त सभी लोगों को गिरोह का सदस्य मान लिया गया, और मार-पीट करने एवं बंधक बनाने का प्रयास किया गया। तत्पश्चात नाहस उत्तर के मुखिया एवं श्री इंद्रदेव लाल कर्ण, पूर्व सरपंच,सिमरी पंचायत के द्वारा उक्त सभी को अपने घर में छुपा कर पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस को भी आक्रोशित लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। लेकिन उक्त तीनों जनप्रतिनिधियों के सूझ-बूझ एवं साहस से एक बड़ी अनहोनी की घटना को होने से बचा लिया गया। प्रेस सम्मेलन के पश्चात जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा माला पहना एवं मिथिला कैप भेंट कर श्री गंगानाथ झा एवं श्री इंद्रदेव लाल कर्ण को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा भी अंचल अधिकारी के द्वारा घटना से संबंधित प्रतिवेदन भेजने के पश्चात उक्त जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जायेगा। उक्त मुखिया आपदा प्रबंधन विभाग से आपात स्थिति से निपटने संबंधी प्रशिक्षण के बाद मास्टर ट्रेनर भी है।
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