छोहार,(समेली).छोहार पंचायत में है बड़ी मुसहरी. यहां के निवासी हैं सुदामा ऋषि. वह पशुपालक हैं. इनके पास 3 गाय व 2 बकरी है. सुदामा ऋषि की पत्नी का नाम समली देवी है.वह छोहार मध्य विघालय की रसोइया.इनको मानदेय के रूप में सिर्फ 1250 रू.ही मिलता है. वह कहती है कि '1250 रु.में दम नहीं और लेगे 18 हजार से कम नहीं ' अब यह नारा गांव से लेकर शहर तक गूंजने लगा है. इस ओर सरकार कदम उठा रही है.वह केंद्र सरकार के समक्ष रसोइयों को 2 हजार रू. मानदेय देने का प्रस्ताव प्रेषित की है. सुदामा ऋषि की पत्नी समली देवी कहती हैं कि उनके 4 संतान हैं.एक बेटी तेतरी कुमारी और बेटा रामनाथ कुमार ही मैट्रिक उर्तीण हैं.सीतामणि कुमारी 7 वीं व बमभोली ऋषि 8 वीं कक्षा तक पढ़े हैं.बमभोली ऋषि की शादी रंभा देवी के साथ हुई है.उन दोनों के 2 लड़के हैं.इस समय रंभा गर्भवती है.उसे निकटवर्ती आंगन केन्द्र से टेक हॉम राशन मिलता है. उन्होंने कहा कि घर की माली हालत खराब है.इंदिरा आवास योजना के तहत 20 हजार रू.मिला था. अल्पराशि होने के कारण घर अधूरा ही रहा.घर में व्यक्तिगत पूंजी नहीं रहने के कारण बना नहीं सके.कुछ साल पहले सूनने में आया था कि सरकार मकानों के जीर्णोद्धार के लिये राशि दे रही है.वह छोहार पंचायत की मुसहरियों तक आते-आते दम तोड़ दिया. उन्होंने सरकार से मांग की है कि विभिन्न मुसहरियों में कर्मी भेजकर 20 हजारी मकानों का सर्वे कराया जाए.इसके बाद व्यापक नीति बनाकर 20 हजारी मकानों की स्थान पर इंदिरा आवास योजना से मकान बना दिया जाए.
शनिवार, 9 जून 2018
बिहार : नीति बनाने पर जोर
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