रांची 02 जून, झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में नर्सों, जूनियर डॉक्टरों, प्रशिक्षुओं और पैरा मेडिकल कर्मचारियों की हड़ताल से मरीजों का हाल बेहाल है। रिम्स के वरिष्ठ चिकित्सक ने यहां बताया कि आज सुबह एक मरीज गीता गुप्ता की मृत्यु के बाद उसके परिजनों ने नर्सों और चिकित्सकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद 350 से अधिक नर्सो ने हड़ताल कर सभी आपात सेवाएं ठप कर दी। वहीं, एक चिकित्सक ने स्वीकार किया कि चिकित्सा सेवा नहीं मिलने के कारण दोपहर तक अस्पताल में आठ अन्य मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 300 मरीज अस्पताल छोड़कर चले गये। उन्होंने बताया कि ओपीडी में इलाज कराने आये 1200 मरीजों को मायूस होकर घर लौटना पड़ा। रिम्स के निदेशक आर. के. श्रीवास्तव ने कहा कि हड़ताल से उत्पन्न परिस्थिति पर वह कड़ी नजर रखे हुये है और हड़ताल समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि हड़ताल के कारण अस्पताल में हुई मरीजों की मौत के बारे में पूछे जाने उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
रविवार, 3 जून 2018
रिम्स में नर्सों की हड़ताल से मरीजों का हाल बेहाल
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