गये थे तीन दिव्यांग आवेदन जमा करने,परन्तु पेंशन की स्वीकृत्यादेश ही ले आये
समेली. यह सचमुच आश्चर्य कर देने वाली बात है. तीन सहेलियां बोथी, शीला और अंजू जमा करने गयी थीं राज्य नि:शक्ता पेंशन का आवेदन जमा करने गये थे, परन्तु उनको पेंशन की स्वीकृत्यादेश ही मिल गया. हुआ यह कि समेली प्रखंड के दस गांवों में गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा लाइवलीहुड पर कार्य किया जा रहा है.इस संस्था का कार्यक्षेत्र है छोहार पंचायत.इस पंचायत में कुसियारी मुसहरी है. यहां पर आयोजित बैठक में अंजू कुमारी,बोथी कुमारी और शीला कुमारी शामिल थीं.इनका रोना था कि विकलांग प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और बैंक में खाता रहने के बावजूद राज्य नि:शक्ता पेंशन से महरूम हैं. बैठक का संचालन करने वाले आलोक कुमार ने कहा कि हम लोग मिलकर प्रखंड जाएंगे और बिहार लोक सेवाओं का अधिकार के तहत आवेदन प्रपत्र जमा करेंगे. कथनानुसार महादेव ऋषि ने अपनी पुत्री शीला कुमारी और नतीनी अंजू कुमारी के साथ डूमर स्थित कार्यालय पहुंचे.यहां से समेली प्रखंड पहुंचा गया.घंटों इंतजार करने के बाद भी बी.डी.ओ. राद्यवेन्द्र कुमार त्रिपाठी कार्यालय में दस्तक नहीं दिये.यहां पर नियम है कि बी.डी.ओ.के सामने दिव्यांगों को परेड करना पड़ता है.इनके आदेश होने के बाद ही बिहार लोक सेवाओं का अधिकार के तहत आवेदन जमा करके कार्रवाई होती है.इसके आलोक में आवेदन जमा नहीं हुआ.
एक बार फिर से आवेदन जमा करने का प्रयास किया गया.बी.डी.ओ. काफी विलम्ब से कार्यालय पहुंचे.इसके पूर्व बिहार लोक सेवाओं का अधिकार के तहत दिव्यांगों का आवेदन पत्र जमा करने वाले बाबू आवेदन पढ़ने लगे.कहने लगे कि तीनों सहेलियों का आवेदन प्राप्त है.कम्प्यूटर में नाम खंगालने लगे.तीनों सहेलियों का नाम मिल गया. ज्ञापांक 374, दिनांक 25.02. 2016 को प्रखंड विकास पदाधिकारी,समेली का स्वीकृत्यादेश है. प्रखंड कल्याण पदाधिकारी,पंचायत सचिव समेली की जांच एवं अनुशंसा के आलोक में सात लोगों को 300 रू.प्रति माह बिहार राज्य नि:शक्ता पेंशन भुगतान की स्वीकृति अगले आदेश तक दी जाती है. जो हैं खैरा पंचायत के खैरा गांव के अवधेश कुमार मंडल की पुत्री राखी कुमारी (6 साल) 50 प्रतिशत दिव्यांग हैं. चांदपुर पूर्वी पंचायत के बिश्नीचक गांव के दिवाकर मोदी के पुत्र गोरव कुमार( 9 साल) 40 प्रतिशत दिव्यांग हैं. चकला मौला नगर पंचायत के चकला मौला नगर गांव के कुशेश्वर मंडल की पत्नी जानकी देवी( 34 साल)50 प्रतिशत दिव्यांग हैं. पं. चांदपुर पंचायक के दीरा गांव के तारणी यादव के पुत्र पोपली यादव (29 वर्ष) 50 प्रतिशत दिव्यांग हैं.अयोधी ऋषि की पुत्री बोथी कुमारी (25 साल) 50 प्रतिशत दिव्यांग हैं.अरूण ऋषि की पुत्री अंजू कुमारी (16 साल)45 प्रतिशत दिव्यांग हैं और महादेव ऋषि की पुत्री शीला कुमारी (23 साल) 40 प्रतिशत दिव्यांग हैं. तीनों सहेली छोहार पंचायत के कुसियारी गांव में रहती हैं. बड़ा सवाल कार्यालय पर है कि राज्य नि:शक्ता पेंशन की स्वीकृति होने पर भी पेंशनधारियों को सूचना नहीं दी गयी?
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