वृक्षारोपण कार्यक्रम
आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चलो आज कुछ अच्छा करते हैं ग्रुप के सदस्यों द्वारा बेतवा नदी किनारे स्थित श्री कृष्ण गौशाला के परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया इसमें 20 सेतु के पौधे लगाए गए तथा ग्रुप के 20 सदस्यों द्वारा एक-एक पौधे को संरक्षित एवं देखभाल करने का वहीं पर संकल्प लिया गया चलो आज कुछ अच्छा करते हैं ग्रुप लगातार इस तरह के वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजन कर्ता आ रहा है एवं लगातार विदिशा की जनता को जागरुक करने के लिए जन जागरूकता अभियान भी निरंतर चलाए जाते जा रहे हैं इसी तारतम्य में आज भी यही कार्यक्रम रखा गया था जिसमें ग्रुप के 20 सदस्य मौजूद थे इसी के साथ ही ग्रुप विदिशा वासियों से यह निवेदन करता है कि सभी कम से कम साल में एक पौधा अवश्य लगाएं एवं उनको पाले और बड़ा करें
भगवत कथा
विदिशा- पुरुषोत्तम मास के पावन अवसर पर राजीवनगर स्थित बालाजी एवेन्यू विदिशा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथावाचक गौवत्स पं- अंकितकृष्ण वटुकजी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का मनोरम व्याख्यान सुनाकर लोगों को भरपूर आनंदित किया। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य भगवान के प्रति समर्पित हो जाता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथा में गौवत्स पं- अंकितकृष्ण वटुकजी महाराज ने कृष्ण की बाल लीला, माखन चोरी, पूतना मोक्ष, काली निग्रह, चीरहरण व गोवर्धन पूजा की कथा सुनाकर लोगों को परम सुख प्राप्त कराया। उन्होंने पूतना मोक्ष की कथा सुनाते हुए कहा कि कंस द्वारा भेजी गई पूतना नाम की राक्षसी को भगवान श्री कृष्ण ने स्तनपान करते करते ही प्राण पखेरू हो गए और उसको मोक्ष दिया। कहा कि भगवान अपने ग्वाल बालों के साथ माखन चोरी करते, जिसकी शिकायत सुन सुनकर माता यशोदा उन्हें सजा देती थी किंतु हर बार वह कोई न कोई चमत्कार कर उन्हें आश्चर्यचकित करते रहते थे। गौवत्स पं- अंकितकृष्ण वटुकजी महाराज ने एक बार एक गोपिका ने भगवान को माखन चोरी करते रंगे हाथों पकड़ लिया और हाथ पकड़े पकड़े मां यशोदा के पास ले आई। माता यशोदा से चोरी की शिकायत की लेकिन उसने देखा कि भगवान का हाथ नहीं अपने पति का हाथ पकड़कर लाई है तो वह शर्म से बेहाल हो गई और मैया यशोदा ने कहा कि मेरे लल्ला पर बेवजह में झूठा आरोप लगाती हो। कृष्ण की बाल लीलाओं को सुनकर पंडाल में खचाखच भरी भीड़ ने भरपूर लुफ्त उठाया। गोवर्धन पूजा की कथा सुनाते हुए उन्होंने भगवान इंद्र के अभिमान को चूर किया। कथा की पूर्णाहूति 7 जून गुरूवार को होंगी। आयोजक परिवार ने सभी नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की।
जनसुनवाई में 215 आवेदन प्राप्त हुए, मौके पर 198 आवेदनों का निराकरण
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के मार्गदर्शन में आहूत जनसुनवाई कार्यक्रम में 215 आवेदकों ने आवेदन प्रस्तुत कर अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। जिला पंचायत सीईओ डाॅ पंकज जैन, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, एसडीए श्री रविशंकर राय समेत अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा मौके पर 198 आवेदनों का निराकरण किया गया है। शेष लंबित आवेदनों पर समय सीमा मंे कार्यवाही कर निराकरण की जानकारी बेवपोर्टल पर अंकित करने के भी निर्देश अपर कलेक्टर द्वारा दिए गए है। आज हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकांश आवेदन आवास दिलाए जाने, वनाधिकार तहत पट्टे दिलाए जाने, सीमांकन कराए जाने, इलाज हेतु आर्थिक सहायता मुहैया कराए जाने के प्राप्त हुए थे। संबंधितों को मापदण्डों से अवगत कराया गया और सुपात्रों को शीघ्र लाभांवित कराए जाने का आश्वासन दिया गया है। नदीपुरा के आवेदक श्री रामकिशन ने निःशक्तता पेंशन दिलाए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था जिसका मौके पर परीक्षण कराकर पेंशन स्वीकृति की कार्यवाही की गई। ग्राम बमूरिया के आवेदक श्री भागचंद साहू ने सीमांकन कराए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदक को अवगत कराया गया कि आरआई द्वारा सीमांकन संबंधी कार्य शीघ्र सम्पादित कराया जाएगा। ग्राम वरवटपुरा के आवेदक श्री संतोष ने बताया कि उनका मकान आग लगने से जल गया है। प्रार्थी ने आर्थिक सहायता मुुहैया कराए जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदक को अवगत कराया गया कि नायब तहसीलदार शीघ्र कार्यवाही कर आरबीसी के प्रावधनों के तहत आर्थिक सहायता राशि मुहैया कराई जाएगी। ग्राम सियारी के आवेदक श्री हरिसिंह ने सूखा राहत की राशि अब तक प्राप्त नही होने से अवगत कराया। प्रकरण की जांच करने हेतु गंजबासौदा तहसीलदार को अधिकृत किया गया है। गल्लामंडी विदिशा की आवेदिका रेखा ने बताया कि स्वरोजगार योजना के तहत ऋण मंजूर हुआ है किन्तु यूको बैंक द्वारा राशि नही दी जा रही है। प्रकरण की जांच कर आवेदिका को वित्त पोषण कार्यवाही कराए जाने हेतु लीड बैंक आफीसर को अधिकृत किया गया है।
कहानी सच्ची है : समूह ने जीविका उपार्जन और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्वि की
आजीविका मिशन के माध्यम से गठित होने वाले स्व-सहायता समूहों में शामिल महिलाओं के लिए जीविका उपार्जन के साथ-साथ सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्वि के प्रतीक साबित हो रहे है। जिला मुख्यालय से दूरस्थ मोहम्मदगढ़ की फेमिदा बी स्वसहायता समूह से लाभंावित हुई है और उनके जीवन में आशातीत परिवर्तन आया है। आर्थिक रूप से कमजोर फेमिदा बी को आर्थिक सबलता मिली है। सुमन स्व-सहायता समूह के नाम से गठित महिलाओं के इस समूह मंे कुल 13 सदस्य है उक्त समूह वर्ष 2015 से क्रियाशील है। समूह के द्वारा ग्राम में आटा चक्की, मुर्गीपालन, बेल्डिंग मशीन, सिलाई मशीन इत्यादि गतिविधियो के माध्यम से समूह के सदस्य आर्थिक उपार्जन कर रहे है। समूह की सदस्य फेमिदा बी बताती है कि शुरू-शुरू में बडा अटपटा लगता था किन्तु अब धीरे-धीरे समूह की महत्वता समझ में आई है। मेरे द्वारा समूह से 45 हजार रूपए का ऋण लेकर सिलाई मशीन का कार्य करना शुरू किया गया था। जिससे आमदनी शुरू हुई और घर परिवार में आर्थिक समृद्विता की शुरूआत हुई है धीरे-धीरे गांव वालो का भी शासकीय योजनाओं के प्रति रूझान बढने लगा। ग्रामीण समुदाय में मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा दिए गए रोजगार से फेमिदा बी और उनका परिवार आर्थिक कठिनाईयों से उभरने लगा है। क्षेत्र में स्वंय फेमिदा बी के साथ-साथ उनके पारिवारिक सदस्यों का प्रभाव सामाजिक स्तर पर बडा है। पांचवीं पास फेमिदा बी कहती है कि आय बढने से परिवार का भरण पोषण अच्छी तरह हो रहा है वही बच्चों को शिक्षा प्राप्ति हेतु विदिशा जिला मुख्यालय भेज रही हूं। व्यापारियों के चुंगल से समूह ने बचाया है आज मासिक आमदनी आठ हजार से नौ हजार रूपए हो रही है।
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