कहानी सच्ची है : अब हटाने के भय से मुक्त हुए इन्दर सिंह
नटेरन तहसील के ग्राम सांगुल में रहने वाले इन्दर सिंह को आवासीय पट्टा मिल जाने से चेहरे की प्रसन्नता अलग झलक रही थी। चर्चा में हितग्राही इन्दर सिंह ने बेवाक मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के साथ-साथ राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा के प्रति धन्यवान ज्ञापित करते हुए कहा कि पिछले 25 सालों से जहां हम झोपडा बनाकर रह रहे थे सदैव मन भय बना रहता था कि ऐसा ना हो कि अतिक्रमण मुहिम चलने से हम बेघर ना हो जाएं। ऐसी अशंकाओं के बीच जिला शासकीय भूमि पर हम कब्जा कर रहे थे उसी भूमि का आज पट्टा, भू-अधिकार पत्र प्राप्त होने से अब हमारे मन कोे हटाने के भय से मुक्ति मिली है। मुख्यमंत्री असंगठित मजदूर कल्याण योजना के तहत मेरा पंजीयन किया गया है इस योजना से मुझे और मेरे बच्चों को योजना से लाभ मिलेगा। पट्टा मिल जाने से अब मैं उस पर पक्का मकान बनाऊंगा इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन मेरे द्वारा दिया गया है। पट्टा मिल जाने से इन्दर सिंह अब आवासीय भूमि का मालिक बन गया है।
गुरूवार को 10.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज
जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रों पर गुरूवार को दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि आज दिनांक 28 जून को जिले में 10.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जबकि गतवर्ष उक्त तिथि को 22.8 मिमी औसत वर्षा हुई थी। जिले में अब तक 87.3 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। वही इस अवधि में पिछले वर्ष 141.2 मिमी औसत वर्षा हुई थी। गुरूवार को सबसे अधिक वर्षा सिरोंज में 40 मिमी और सबसे कम ग्यारसपुर में एक मिमी वर्षा दर्ज की गई है जबकि विदिशा में 13.2 मिमी, लटेरी में 12 मिमी, बासौदा में आठ मिमी, नटेरन में पांच मिमी, गुलाबगंज में दो मिमी वर्षा दर्ज की गई है। कुरवाई तहसील में वर्षा नगण्य रही।
हितग्राहियों की प्रोफाइल पंजीयन अपडेट करने वाले प्रशिक्षित हुए
जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितग्राहियों की प्रोफाइल पंजीयन का कार्य जिले में क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके लिए एमपी आॅन लाइन, सीएससी कियोस्क को संचालित करने वाले संचालको हेतु प्रशिक्षण जिला ई गवर्नेंस के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। प्रथम चरण का प्रशिक्षण गुरूवार को कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आयोजित किया गया था जिसमें एमपी आॅन लाइन एवं सीएससी कियोस्क के 35 संचालक ने उपस्थित होकर हितग्राहियों की प्रोफाइल पंजीयन अपडेट करने की विधाओं से मुखातिब हुए। जिला ई-गवर्नेंस के प्रबंधक श्री निजामुद्वीन शेख ने बताया कि जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत जिले के सभी अनुसचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितग्राहियों का आॅन लाइन डाटाबेस प्रत्येक हितग्राही का किया जाना है। इसके लिए सभी हितग्राहियों का पंजीयन अति आवश्यक है। पंजीयन के लिए हितग्राही चाहे तो नेट के माध्यम से स्वंय, जनजातीय कार्यालय, एमपी आॅन लाइन, सीएससी कियोस्क में सम्पर्क कर करा सकते है। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक श्री नरेन्द्र कुमार अवस्थी ने बताया कि जिले के सभी एमपी आॅन लाइन और सीएससी कियोस्क के संचालको को प्रशिक्षित किया जा रहा है इसके लिए चरणवार प्रशिक्षण का आयोजन ई जिला गवर्नेंस के द्वारा किया जा रहा है। हितग्राहियों की प्रोफाइल तैयार करने हेतु पंजीयन कार्य अति आवश्यक है एक बार पंजीयन हो जाने से हितग्राहियों को अन्य किसी योजना में लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेंज जैसे आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता इत्यादि सहित अन्य दस्तावेंज संलग्न करने की आवश्यकता नही होगी।
जीवन रक्षा पदक पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित
जीवन रक्षा पदक श्रंृखला पुरस्कार के तहत आवेदन 16 जुलाई तक आमंत्रित किए गए है। उक्त पुरस्कार तीन विधाओं हेतु वर्ष 2018 के लिए सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक हेतु आवेदन सराहनीय कार्य करने वालो से आमंत्रित किए गए है। आवेदनकर्ता अपने तमाम साक्ष्य सहित आवेदन पत्र कलेक्टेªट कार्यालय में अंतिम तिथि तक जमा कर सकते है। पुरस्कार हेतु शासकीय कर्मचारी अधिकारी भी आवेदन कर सकते है। सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक - उस स्थिति में प्रदान किया जाता है जब जान बचाने वाले व्यक्ति ने अपनी जान को अत्यधिक खतरनाक परिस्थतियों में डालकर जान बचाने में अदम्य साहस का प्रदर्शन किया हो। उत्तम जीवन रक्षा पदक - उस स्थिति में प्रदान किया जाता है जब जान बचाने वाले व्यक्ति ने अपनी जान को खतरनाक परिस्थितियों में डालकर जान बचाने में साहस और तत्परता का प्रदर्शन किया हो। जीवन रक्षा पदक - उस स्थिति में प्रदान किया जाता है जब जान बचाने वाले व्यक्ति ने उन परिस्थितियों में जान बचाने में साहस और तत्परता का प्रदर्शन किया हो जिनमें्र उसे गंभीर शारीरिक चोटे पहुंची हो। जीवन रक्षा पदक श्रृंखला के पुरस्कार डूबने, दुर्घटना के मामलो, आग लगने की घटनाओं, बिजली का करंट लगने, भू-स्खलन होने, पशुओं के हमलों और खानो में बचाव कार्य आदि घटनाओं में किसी व्यक्ति की जान बचाने के लिए मानवीय प्रकृति के सराहनीय कार्यो के लिए प्रदान किए जाते है। पुरस्कार हेतु महिलाएं भी आवेदन जमा कर सकती है।
काशी गया तीर्थ दर्शन हेतु तीर्थ यात्री आज रवाना होेंगे
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत जिले के तीर्थ यात्री काशी गया के दर्शन हेतु 29 जून को रवाना होंगे और चार जुलाई को वापिस आएंगे। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के नोड्ल अधिकारी एवं संयुक्त कलेक्टर श्री आरडीएस अग्निवंशी ने बताया जिले के 171 तीर्थ यात्रियों के साथ नौ अनुरक्षक भी साथ जाएंगे।
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