सीबीआई ने एंटीगुआ से चोकसी के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 25 जुलाई 2018

सीबीआई ने एंटीगुआ से चोकसी के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी

cbi-ask-antigua-officials-about-mehul-chauksi
नयी दिल्ली , 25 जुलाई, सीबीआई ने एंटीगुआ के अधिकारियों को पत्र लिखकर भगोड़े हीरा व्यवसायी मेहुल चोकसी के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी है। वह पंजाब नेशनल बैंक में दो अरब डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी मामले में कथित तौर पर संलिप्त है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि पता चला है कि चोकसी जुलाई में कैरेबियाई देश में चला गया और उसने स्थानीय पासपोर्ट हासिल कर लिया , जिसके बाद यह कदम उठाया गया।  सूत्रों ने बताया कि एंटीगुआ के अधिकारियों को कल शाम भेजे गए पत्र में सीबीआई ने भगोड़े व्यवसायी के खिलाफ इंटरपोल की तरफ से जारी नोटिस का हवाला दिया है और उसकी आवाजाही तथा वर्तमान स्थान का ब्यौरा मांगा है।  स्थानीय अखबार एंटीगुआ ऑब्जर्वर के मुताबिक चोकसी ने नवम्बर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी और इस वर्ष 15 जनवरी को उसने निष्ठा की शपथ ली थी।  भारतीय संस्थानों की रिपोर्ट का हवाला देकर अखबार ने चोकसी के बारे में सिटीजनशिप बाई इन्वेस्टमेंट यूनिट ऑफ एंटीगुआ को प्रश्नावली भेजी थी।  अखबार ने आज खबर दी कि उसे सूचित किया गया कि ‘‘ पूरी सावधानी बरतने ’’ और ‘‘ प्रतिष्ठित एजेंसियों ’’ से ‘‘ अंतरराष्ट्रीय जांच’’ कराने के बाद चोकसी के आवेदन को मंजूरी दी गई। इसमें अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन और कैरीकॉम इंप्लीमेंटिंग एजेंसी फॉर क्राइम एंड सिक्योरिटी (आईएमपीएसीएस) द्वारा जांच भी शामिल है।  सूत्रों ने बताया कि चोकसी के कृत्यों से पता चलता है कि उसने भागने की योजना पहले बना ली थी और उसे पता था कि पीएनबी के कर्मचारी गोकुलनाथ शेट्टी के सेवानिवृत्त होने के बाद घोटाले का पर्दाफाश होगा। शेट्टी उसे गारंटी पत्र के नवीकरण में मदद करता था।  उन्होंने बताया कि वह जनवरी के पहले हफ्ते में देश से फरार हो गया और एंटीगुआ में निष्ठा की शपथ 15 जनवरी को ली। 

कोई टिप्पणी नहीं: