दुमका (अमरेन्द्र सुमन) जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र की एक आदिवासी नाबालिग लड़की सपना दिल्ली के आसपास इलाके के मोहल्ला पीरागढ़ी, मियांवली नगर के हाउस नंबर ए- 5/3 में सुषमा सिंहवाहिनी के घर पर पिछले करीब 18 महीनों से कैद है। बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष सह जिला बाल संरक्षण समिति सदस्य अमरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि सोशल मीडिया में बालिका के गुमसुदगी की खबर प्राप्त होने पर बालिका के पिता से सम्पर्क स्थापित कर पूरी जानकारी हासिल कर झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष आरती कुजूर सहित जिले के उपायुक्त मुकेश कुमार और एसपी किशोर कौशल को जानकारी देते हुए बच्चे की बरामदगी का आग्रह किया है। डीएलएसए के सचिव निशांत कुमार को जानकारी देने पर उन्होंने पीएलवी मुकेश कुमार को तत्काल उसके परिजनों से मिलकर एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिया है। इस बालिका को गोड्डा की एक महिला लक्ष्मी किस्कू ने काम दिलाने के नाम पर बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जाकर ₹40000 में बेच दिया है। लड़की उक्त महिला के घर पर काम करती है उसे कभी घर के बाहर निकलने नहीं दिया जाता है। मकान मालिक के अनुपस्थिति में लड़की ने किसी तरह अपने घर पर फोन कर कर यह सूचना दिया है। उक्त बालिका को रेस्क्यू करने के लिए दिल्ली के बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं को जानकारी देने पर शनिवार से ही अथक प्रयास कर उक्त पता का ट्रेस कर लिया है। अगले एक दो दिनों में दिल्ली पुलिस के सहयोग से बच्चे का रेस्क्यू हो जाने का अनुमान है।
रविवार, 29 जुलाई 2018

दुमका : जरमुंडी की नाबालिग सपना, 18 महीने से बाल तस्करी की शिकार
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