नयी दिल्ली , सात जुलाई, फोर्टिस हेल्थकेयर के स्वतंत्र लेखापरीक्षक डेलायट हेसकिंस एंड सेल्स एलएलपी ने आज कहा कि फोर्टिस हेल्थकेयर का निदेशक मंडल फिलहाल यह तय ही नहीं कर पाया है कि कंपनी में किसी तरह की धोखाधड़ी हुई है। लेखा परीक्षा फर्म ने अपनी एक रपट में यह जानकारी दी है। इसके अनुसार , ‘ मौजूदा समय में कंपनी का निदेशक मंडल यह तय नहीं कर पाया है कि कंपनी में धोखाधाड़ी का कोई मामला हुआ या नहीं। ’ फोर्टिस हेल्थकेयर ने इससे पहले कहा था कि बाजार नियामक सेबी ने कंपनी के एक मामले में फोरेंसिक जांच का आदेश दिया है। कंपनी ने अपने पूर्ववर्ती प्रवर्तक मालविंदर व शिविंदर सिंह के नियंत्रण वाली फर्मों को 494.14 करोड़ रुपये का कर्ज दिए जाने में प्रणालीगत त्रुटियों को स्वीकार किया था। कंपनी ने इससे पहले 27 जून को कहा था कि उसने कंपनी समूह में आंतरिक तौर पर दी गई राशि की वसूली के लिये कानूनी कार्रवाई की शुरुआत की है। यह राशि तीन कंपनियों को दी गई। दिये गये कर्ज के मामले में एक बाह्य जांच में प्रणालीगत खामियों का पता चला जिसके बाद यह कदम उठाया गया। जांच में कहा गया कि यह कर्ज निदेशक मंडल की मंजूरी के बिना दिया गया और इसके लिये पर्याप्त गारंटी भी नहीं ली गई।
शनिवार, 7 जुलाई 2018
कंपनी में धोखाधड़ी हुई या नहीं, तय नहीं कर पाया फोर्टिस बोर्ड: आडिटर
Tags
# देश
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें