निष्पक्ष सुनवाई का आश्वासन मिलने तक भारत नहीं लौटूंगा : जाकिर नाईक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 5 जुलाई 2018

निष्पक्ष सुनवाई का आश्वासन मिलने तक भारत नहीं लौटूंगा : जाकिर नाईक

honest-hearing-will-return-zakir-naik
नई दिल्ली, 4 जुलाई, आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं को उकसाने के आरोप में भारतीय एजेंसियों द्वारा वांछित विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक ने बुधवार को कहा कि वह तबतक भारत नहीं लौटेगा, जबतक उसे निष्पक्ष सुनवाई को लेकर आश्वस्त नहीं किया जाता।  गैर सरकारी संगठन, इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक ने एक बयान में कहा, "मेरे भारत आने की खबर पूरी तरह आधारहीन और झूठी है। मैं जबतक अनुचित सुनवाई से खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करूंगा, तबतक मेरे भारत लौटने की कोई योजना नहीं है। जब मैं यह महसूस करूंगा कि सरकार उचित और निष्पक्ष है, मैं निश्चित ही अपने देश लौटूंगा।' राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि नाईक की भारत लौटने के बारे में कोई सूचना नहीं है। नाईक पर भड़काऊ भाषण के जरिए नफरत फैलाने, समुदायों में दुश्मनी को बढ़ावा देने और आतंकवाद का वित्तपोषण करने का आरोप है। नाईक के भारत लौटने की अफवाह कुछ भारतीय समाचार चैनलों ने मलेशियाई सरकार के सूत्रों का हवाला देकर फैलाई, जिसमें कहा गया है कि 51 वर्षीय प्रचारक को बुधवार रात भारत निर्वासित किया जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं: