दुमका : श्रावणी मेला 2018 की तैयारियों का मुख्य सचिव ने लिया जायजा। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 7 जुलाई 2018

दुमका : श्रावणी मेला 2018 की तैयारियों का मुख्य सचिव ने लिया जायजा।

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखंड के मुख्य सचिव  सुधीर त्रिपाठी ने बासुकी नाथ  धाम पहुंचकर आगामी श्रावणी मेला की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला का आयोजन पिछले वर्ष की तुलना में और भी बेहतर और भव्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो जिला प्रशासन इस पर कार्य करें। कांवरिया रूट लाइन में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो। श्रद्धालुओं के लिए बेहतर आवासन केंद्र बनाए जाएं जिसमें पेयजल शौचालय आदि की सुविधा उपलब्ध हो। मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन मंदिर के सौंदर्यकरण का कार्य करें। मंदिर के आसपास की  जमीन मालिकों से बात कर मंदिर के विस्तारीकरण का कार्य किया जाए। मंदिर परिसर में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि बासुकीनाथ धाम में इस वर्ष अर्घा सिस्टम से श्रद्धालु जलार्पण करेंगे। अर्घा के माध्यम से जलार्पण के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाए। उक्त स्थान पर पंखा आदि की व्यवस्था की जाए साथ ही बड़े आकार के  स्क्रीन लगाए जाएं ताकि श्रद्धालुओं  को यह विश्वास हो कि वे बाबा पर ही जलार्पण कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि शिवगंगा में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए।   एनडीआरएफ की टीम 24 घंटा 7  दिन उपलब्ध रहें ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति से आसानी से निपटा जा सके। इस दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए।  मुख्य सचिव  सुधीर त्रिपाठी  ने 108 मंदिरों के गांव से विख्यात मलूटी पहुंचकर मंदिरों के हो रहे जीर्णोद्धार को देखा। उन्होंने कहा कि दुमका  में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह जिला पूरे झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान पर बनाता है। उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने को लेकर गंभीर है।  मलूटी की वास्तविकता के साथ किसी प्रकार की  छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। मंदिरों का जीर्णोद्धार करना अति आवश्यक है,  जिसे ध्यान में रखते हुए  प्रयास किया जा रहा है कि इसकी वास्तविकता को बरकरार रखते हुए इसका जीर्णोद्धार किया जाए। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से भी बातचीत की एवं हो रहे जीर्णोद्धार कार्य के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि प्रशासन, विषेषज्ञ व ग्रामीण बातचीत कर जीर्णोद्धार कार्य करें ताकि मंदिर की वास्तविकता बरकरार रहे। मंदिरों को संरक्षित करना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट सर्किट डेवलपमेंट का कार्य चल रहा है आधारभूत संरचनायें आदि पर और भी तेज गति से कार्य करने की जरूरत है। इस दौरान मुख्य सचिव श्री त्रिपाठी के साथ कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग के सचिव के के खंडेलवाल, पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव  मनीष रंजन, दुमका के उपायुक्त  मुकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, उप विकास आयुक्त वरूण रंजन, प्राशिक्षु आईएएस शशि प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार तथा जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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