गांधीनगर , 15 जुलाई, प्रौद्योगिकीविद् सैम पित्रोदा ने आज यहॉं एक विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा कि भविष्य में धर्म से नौकरियां उत्पन्न नहीं होंगी , केवल विज्ञान ही भविष्य का निर्माण करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जब रोजगार के बारे में बात की जाती है तो इसे राजनीतिक रंग दे दिया जाता है और ‘‘ इसमें वास्तविकता कम , शब्दाडंबर ज्यादा होता है। ’’ पित्रोदा ने कहा , ‘‘ जब मैं इस देश में मंदिर , धर्म , ईश्वर , जाति के बारे में सभी चर्चाओं को सुनता हॅूं तो तब मैं भारत के बारे में चिंता करता हॅूं। भविष्य में मंदिरों से रोजगार उत्पन्न नहीं होगा। केवल विज्ञान ही भविष्य का निर्माण करेगा। ’’ उन्होंने कहा कि हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र में विज्ञान पर बहुत कम चर्चा होती है। पित्रोदा ने कहा , ‘‘ जब भी कोई रोजगार के बारे में बात करता है तो हमेशा इसमें राजनीतिक रंग होता है। वास्तविकता बहुत कम और शब्दाडंबर ज्यादा होता है। ’’ पित्रोदा यहॉं कर्णावती विश्वविद्यालय में ‘ युवा संसद ’ में बोल रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के युवाओं को लोगों को , खासकर राजनीतिक नेताओं द्वारा गुमराह किया जा रहा है , बेकार की चीजों पर बात की जा रही है जिससे वे गलत रास्ते पर जा रहे हैं।
सोमवार, 16 जुलाई 2018
मंदिरों से पैदा नहीं होगा रोजगार : सैम पित्रोदा
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