बेगूसराय (अरुण कुमार) 29 जुलाई, बेगूसराय नगर निगम की जनता घोर संकट में अपना जीवन जीने पर विवस है आज।बेगूसराय नाम का नगर निगम बनकर रह गया है मात्र,यहाँ के आम जन जीवन को आये दिन बिजली की समश्याओं का सामना तो करना पड़ ही रहा है,कभी पावर ग्रिड ब्लास्ट करता है तो कभी 33000 वोल्ट बाले बिजली तरीन पर पेड़ गीध पड़ते हैं,कभी शार्ट सर्किट तो कभी बेगूसराय पावर हाउस से बिजली वितरण में सौतेलापन से उपेक्षित आम जनमानस निःसहायों की तरह अपने अपने घरों में सिसक रहे हैं।बेगसराय पावर हाउस में बिजली रहने पर भी वितरण में सौतेलापन जैसा वर्ताव को झेल रही है मोहन एघु की जनता,जो कि फीडर नम्बर 01 में आता है।वहीं आधी गाँव नयूज़ लिखने तक 28 घंटों से टकटकी लगाए बैठे हैं कि बिजली अब आएगी मगर बिजली आये तो कहां से आये बिजली भेजनेवाले बिजली भेजें तब तो बिजली आये।यूँ तो बिजली संकट झेलना तो बेगूसराय बालों की किस्मत ही बन गई है,मगर हद तो तब हो गई जब दिनांक 23 जुलाई 2018 से लागातर बेगूसराय के कुछ देहाती क्षेत्रों में बिजली रानी आँख मिचौली खेलना प्रारम्भ कर दी है।आज पूरे एक सप्ताह से आदमी किस कदर जिन्दगी गुजार रहे हैं ये तो वही बता सकते हैं।इस बात को लेकर कोई भी किसी तरह की आवाज उठाने को तैयार नहीं क्योंकि शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्तों में भी फीड नम्बर एक,को छोड़कर बाकी के तीन और चार नम्बर फीडर वालों को लगभग कामचलाऊ बिजली उपलब्द्धओ ही जाती है।रही फीड नम्बर दो की बात तो इस फीडर को भी 6/8 घंटों में एकबार बिजली मिल ही जाती है।फीडर नम्बर एक बेचारा उपभोक्ता हैं जो इस मार को झेल रहे हैं।पता नहीं इस एक नम्बर फीडर के उपभोक्ताओं को कितने दिनों में बिजली की सुविधा प्राप्त होगी ये कौन जानता है।यहाँ के वार्ड पार्षद,एम एल ए,एम पी आदि सभीअपने चुनावी मसले में उलझे हुए हैं,अगले वर्ष चुनावों का सामना करना है तो उसकी रणनीति तय करने में सभी दलों के जननायक जी जान से लग चुके हैं।शायद जननायकों को ये पता नहीं कि जनता अगर हर बात याद रखे तो घंटों में पाशा ही पलटकर रख देगा।मगर यहाँ जनता ही ऐसी है कि ऐसा कुछ नहीं कर सकताआ है वक्त आने पर ये उदार जनता अपनी हर तकलीफें भुलाकर नेताओं के झूठे आश्वासनों पर धोखा पर धोखा खाने को सहज ही तैयार ही जाते है।ये रही बिजली की समस्या।
अब एक नजर नगर निगम बेगूसराय के सड़कों पर यदि हम डालें तो एक दिन की बारिश का नतीजा यह है कि समाहरणालय मार्ग पानी से लबालब हो गया,दूसरी तरफ एस पी ऑफिस के परिसर और एस पी ऑफिस का ही उत्तरी भाग के कार्यालयों के कमरे में भी जल जमाव हो जाना अपने आप में एक उपलब्धि माना जाएगा।इतना ही नहीं वर्तमान महापौर बेगूसराय के चतुर्थ महापौर हैं जिनसे पूर्व भी तीन महापौर अपना कार्यकालों में क्या किये और वर्तमान महापौर क्या कर रहे हैं ये सारी बातों का जायजा आप इन कुछ तस्वीरों से ले सकते हैं।बेगूसराय को नगर निगम के लिये संघर्षरत हमारे सांसद महोदय डॉ•भोला सिंह जी ने तो बेगूसराय को नगर निगम में तब्दील तो कर दिया मगर यह किस तरह से बेगूसराय नगर निगम बना रहे इसका रुपरेखा तो तैयार किये नहीं और बेगूसराय नगर निगम बनाकर बैठ गए।आगे क्या होगा इस नगर का वो तो अब इस चुनाव के बात ही पता चलेगा तबतक के लिये जनता इस त्रासदी को झेलने के लिये तैयार रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें