वेतन १८ हजार और सरकारी कर्मचारी घोषित करने के लिए
- आशा उषा एवं आशा सहयोगिनी करेंगी भूख हड़ताल
सीहेार। आशा उषा एवं आशा सहयोगिनी एकता यूनियन सीटू के प्रदेश स्तरीय आहवान पर आशा उषा भूख हड़ताल करेंगी। रविवार सुबह ११ बजे से आशा उषाओं सहित सहयोगिनियों की भूख हड़ताल टाउन हाल के सामने शुरू होगी। अपनी लंबित मांगों के लिए जिले भर की आशा उषा दो दिनों तक भूखा रह कर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगी। यूनियन जिला महासचिव ममता राठौर ने बताया कि प्रदेश सरकार आशाओं के अनगिनत आंदोलनों धरना एवं प्रदर्शनों के बावजूद पूरी तरह जायज मांगों न्यूनतम वेतन, सरकारी कर्मचारी घोषित करने, व १८ हजार रूपए वेतन स्वीकृत करने की मांग को पूरा करने के प्रति कोई गंभीर पहल नहीं कर रहीं है। यूनियन ने पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों में भी ज्ञापन सौपे, लेकिन मामा भंाजियों को उनका हक देने के लिए तैयार नहीं है। हम प्रदेश की आशाओं ने भी ठाना है कि जैसे दूसरे प्रदेशों की आशाओं ने लड़कर अपना हक हासिल कर लिया है हम भी हार मानने वाली नहीं है। जबतक मामा हमारी मांगे मानेंगे नहीं हम संघर्ष करना छोड़ेंगी नहीं। श्रीमति राठौर ने कहा कि जिले की समस्त आशा सहयोगिनी उषा एवं आशाएं दो दिवसीय भूख हड़ताल में भारी से भारी संख्या में पहुंचे और हड़ताल को सफल बनाए। जिलाध्यक्ष अंङ्क्षतम पंवार, कार्यवाहक अध्यक्ष सोना दुबे,उपाध्यक्ष मनीषा, अनिता राठोर संतोषी कटारिया, भूरिया बाई,सहायक महासचिव गोमती बैरागी, जिला सचिव भारती राठौर, सीमा माहेश्वरी, सोनम, सुधा ठाकुर, कोषाध्यक्ष सरीता विश्वकर्मा, कार्यकारिणी सदस्य शकुन पैठारी, सुखवती वर्मा, चिंता मालवीय, मीना मालवीय, निशा व्यास, अर्चना धाकड़, लता धुर्वे, तनबीर, ममता, रजनी राठौर, ममता चौहान ने भूख हड़ताल में शामिल होने की अपील आशा उषा और सहयोगिनियों से की है।
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