लगातार बिहार के अमन के माहौल को बिगाड़ने में लगे हैं गिरिराज सिंहमुस्लिम बेदारी कारवाँ की नीतीश कुमार से गिरिराज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की करने की माँग
दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 8 जुलाई, सिवान के पूर्व सांसद डा0 मो0 शहाबुद्दीन से सिवान जेल में नियम का पालन करते हुए मिलने गए राजद नेता और उस समय के अल्पसंख्यक मंत्री अब्दुल गफूर साहब से इस्तीफा माँगने वाले भाजपाई और सुशील मोदी गिरिराज सिंह से इस्तीफा क्यों नहीं माँगते? क्या कानून भी जाति देखकर काम करता है। राज्य में बङे पैमाने पर बजरंगीयों ने पिछले दिनों दंगा फसाद किया और अमन के माहौल को खराब कर समाज में नफ़रत की सियासत शुरू कर दी। कुछ गुंडों की गिरफ्तारी हुई वह भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सख्त होने पर लेकिन पिछले साल भर से गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे जैसा विवादित और दंगाई नेता लगातार मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है ऐसा लगता है कि यह दोनों नेता खुद को नियम कानून और संविधान से ऊपर समझने लगे हैं। जब अब्दुल गफूर साहब शहाब से मिलने जेल गए तो भाजपाईयो ने वावेला मचा दिया था और मिडिया ने भी इसे ब्रेकिंग न्यूज़ बनाकर तिहार जेल भेजकर ही चैन की साँस लिया। और आज जब गिरिराज राज सिंह एक दंगाई के घर और जेल जाकर उसे संरक्षण देने का काम कर रहा है तो सारे दोगले नेता और मिडिया ने खामोशी बना ली है। वाह रे लोकतंत्र। उक्त बातें ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के अध्यक्ष श्री नजरें आलम ने मिडिया से बात करते हुए कही। श्री आलम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मांग की है कि गिरिराज राज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भेजा जाए। श्री आलम ने साफ तौर पर कहा कि भाजपा सरकार और उनके नेता हत्यारे, बलात्कारियों और दंगाईयों को संरक्षण देती है और मुसलमानों को जानबूझकर कर भीङ द्वारा मरवाया जा रहा है। भाजपा बलात्कारियों और दंगाईयों की पार्टी है। इसका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा भी पूरी तरह फर्जी है। लगातार ब्लात्कार की घटना बढ़ता ही जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा पर से जनता का विश्वास उठ चुका है जिसका परिणाम 2019 के चुनाव में समझ में आ जाएगा।
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