शायद मैं अलौकिक शैली में श्रेष्ठता हासिल करूं : दीपिका कक्कड़ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 15 जुलाई 2018

शायद मैं अलौकिक शैली में श्रेष्ठता हासिल करूं : दीपिका कक्कड़

thriller-specialist-dipika-kakar
मुंबई, 14 जुलाई, अभिनेत्री दीपिका कक्कड़ को लगातर अलौकिक थ्रिलर शैली में काम मिलने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है कि वह शायद इसमें श्रेष्ठता हासिल कर सकती हैं। दीपिका 'सुसराल सिमर का' में दिखाई दी थीं, जिसमें मुख्य किरदार श्राप के बाद एक मक्खी में तब्दील हो जाता है। वह स्टार प्लस के अलौकिक थ्रिलर 'कयामत की रात' में भी दिखाई दे रही हैं। उनसे जब पूछा गया कि इस शैली में रखे जाने से उन्हें डर नहीं लगता, इसके जवाब में दीपिका ने बताया, "तो क्या? ठीक है, शायद मैं इसमें श्रेष्ठता हासिल कर सकती हूं। शायद मैं इसमें अच्छा कर सकती हूं और दर्शक, निर्माता व निर्देशक मुझे करते हुए देखना पसंद करते हैं। शायद यह मेरा मजबूत हिस्सा हो सकता है। ठीक है इसमें कोई गलती नहीं है।" छोटे पर्दे पर कल्पना थ्रिलर प्रतिगामी के रूप में देखा जाता है जिसके बारे में बात करते हुए दीपिका ने कहा, "जब आप 'गेम ऑफ थ्रोन्स' देखते हो तो आपको कल्पना थ्रिलर या अलौकिकता जैसा कोई अनुभव महसूस नहीं होता। इसमें भी वही महसूस होता है। इसलिए जब भारत में इसे दिखाया जाता है.तो मुझे लगता है कि बहुत से लोगों को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि हां, हमारे शो भी अच्छे हो सकते हैं, इन्हें देखने का प्रयास करें।" दीपिका को आशा है कि 'कयामत की रात' को दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी।

कोई टिप्पणी नहीं: