- आखिर क्यों रोते हैं खोटा मुसहरी में रहने वाले?
समेली: इस प्रखंड में है मलोरिया ग्राम पंचायत। इस पंचायत की मुखिया करूणा कुमारी है। वार्ड नम्बर -9 में के वार्ड सदस्य हैं मनोज कुमार यादव। इन प्रतिनिधियों के क्षेत्र में है खोटा मुसहरी। महादलित मुसहर समुदाय के लोगों का कहना है कि इन जन प्रतिनिधियों के कारण विकास और कल्याण का बयार मुसहरी में बह नहीं रही हैं। ऐसा प्रतीक हो रहा है इन जन प्रतिनिधियों के रहते सात निश्चय योजना लागू नहीं हो सकती है। तिलिया देवी कहती हैं कि पहले हम लोग मजे से रहते थे। जनसंख्या वृद्धि होने के कारण घर-जमीन की समस्या बढ़ गयी है। गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के तत्वावधान में और इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी के सहयोग से सामुदायिक आधारित दो दिवसीय कैडर प्रशिक्षण यूथ पावर कार्यालय परिसर में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला पार्षद (समेली) कुमारी सरीता आयी थीं। खुद को रोक नहीं पायी। प्रोटोकोल तोड़ प्रशिक्षुओं तक पहुंच गयी। हालचाल पूछने लगीं। उनको यह बताया गया कि खोटा मुसहरी में साठ साल से रहते हैं।पहले कम घर था। अब साठ घरों में पाँच सौ से अधिक लोग रहते हैं। सैकड़ों मुसहर आवासीय भूमिहीन हैं। यहां के लालू ऋषि और मुंगिया देवी के पुत्र अजित कुमार मैट्रिक उर्त्तीण हैं। वहीं रविता कुमारी मैट्रिक भी उर्त्तीण हैं।मुसहरी में सात निश्चय योजना के तहत कार्य नहीं हो रहा है। हर घर नल का जल, नाला, नाली,शौचालय,बिजली,कुशल युवा और समृद्ध युवा शून्य स्तर पर है। मुसहरी के लोग ढीबड़ी युग में रहते हैं। कई लोग टी.बी.रोग से बेहाल हैं।नीतू कुमारी,प्रयाग ऋषि,लक्ष्मण ऋषि,चीलिप कुमार,गौतम कुमार व हरकरण ऋषि।स्वर्गीय विलक्ष्ण ऋषि की विधवा पचिया देवी को परिवार लाभ व लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलता है।6 साल से परेशान हैं। 60 साल के बैजू ऋषि को पेंशन नहीं मिलता है। यह सुनकर जिला पार्षद कुमारी सरीता ने कहा कि जन कल्याण करने के कारण विरोधियों के निशाने पर थीं। अब चुनाव का समय निकट है,इसके आलोक में विरोधी शिथिल पड़ गये हैं।अब पहले की ही तेवर में कार्य करना शुरू कर दी है।आपकी समस्या को अधिकारियों तक पहुंचाने का कार्य करूंगी।
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