- आखिर कबतक जलभराव स्थित में अल्पसंख्यक ईसाई रहेंगे?
- सी.एम.साहब को मालूम न पंचायत और न निगम के प्रतिनिधि कर पा रहे हैं काम
पटना (आर्यावर्त डेस्क) .जब जन प्रतिनिधि ही उदासीन हो जाए तो विकास की बात करने कहां और किसके पास जाए? कुछ ऐसी ही मिलीजुली खबर है.कई दशक से अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक लोग मरियम टोला में रहते हैं.जलनिकासी व जर्जर रोड से परेशान हैं. मरियम टोला के अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि प्रारंभ में यह क्षेत्र गवई रहने के कारण दीघा ग्राम पंचायत का अंग था.यहां पर बिना समुचित विकास किए ही दीघा ग्राम पंचायत को भंग कर पटना नगर निगम के अधीन कर दिया गया.न पंचायत न ही निगम से मरियम टोला की समस्या का समाधान हो सका है. कहने को है कि यह क्षेत्र पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर -1 है.परंतु सभी वार्डों में फिसड्डी है.इसके कारण लोग परेशान हैं.स्थिति बहुत ही भयावह हैं.बरसात के अलावे दिनों में भी नाला का अभाव के कारण रोड पर पानी बहता रहता है. बरसात के दिनों में रोड के साथ घरों में भी जलभराव हो जाता है.इसी स्थिति में जीना पर रहा है. घर में पानी व बाहर में पानी रहने से लोग आजिज हो गये हैं.सर्वाधिक बच्चे और महिलाएं परेशान हैं. इस संदर्भ में माननीय विधायक संजीव चौरसिया जी से बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह ने मिलकर मरियम टोला की समस्या अंत करने का आग्रह किया है.वहीं वार्ड नम्बर -1 की वार्ड पार्षद छठिया देवी के पास निगम के द्वारा फंड रिलिज नहीं करने के कारण समस्या विकराल रूप ले रखा है. सामाजिक कार्यनेत्री प्रियंका मार्टिन ने सी.एम.नीतीश कुमार से आग्रह की है कि मरियम टोला की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाएं.
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