बिहार :अब ईसाइयों को भी मोकामा जाकर दुआ करने के लिए सरकारी बसों में भाड़ा नहीं लेना चाहिए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 28 अगस्त 2018

बिहार :अब ईसाइयों को भी मोकामा जाकर दुआ करने के लिए सरकारी बसों में भाड़ा नहीं लेना चाहिए

church-in-mokama
पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर- 22 बी के कुर्जी चश्मा सेंटर गली में रहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता सुशील लोबो.सी.एम.नीतीश कुमार की क्रियाकलाप से बहुत ही प्रभावित हैं. श्री सुशील ने कहा कि सी.एम. साहब ने शानदार कार्य किया. उन्होंने भाई-बहन के प्यार का पवित्र त्योहार रक्षा बंधन पर महिलाओं को तोहफा दिया.इसके तहत तमाम सरकारी बसों पर सफर करने पर महिलाओं से भाड़ा नहीं वसूला गया. इस तरह का ऐलान के आलोक में सुशील लोबो ने किया मुख्य मंत्री जी से निवेदन कर दिया है.साल में एक दिन ईसाई भक्तगण माता मरियम की नगरी में जाते हैं.आर्थिक तंगी के कारण बहुत लोग मोकामा में तीर्थ करने नहीं जा पाते हैं.इसके मद्देनजर मोकामा तीर्थ नगरी जाने वालों को सरकारी बसों में भाड़ा नहीं लिया जाए.

मुख्य मंत्री से आग्रह
आपने बिहारी ईसाइयो के हित के लिए बहुत कार्य किया है. क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएशन, बिहार पटना ने सी.एम.साहब से आग्रह किया है कि मोकामा में हरेक साल ईसाइयों के लिए आयोजित धार्मिक समारोह के अवसर पर भक्तो को छूट मिले।

पिछले कई सालों में ईसाई संस्थानों पर हमले
कई तरह की धार्मिक, राजनीतिक व सामुदायिक गतिविधियों को देखने का मौका लोगों को मिला है. सुशील लोबो कहते हैं कि किश्चियन बंधुगण जिस तरह आर. एस. एस. अपने राष्ट्र की सुरक्षा अखण्डता सांस्कृतिक विरासत के साथ ही धर्म की रक्षा के लिए पिछले सौ साल से अच्छा कार्य कर रहा है उसी नक्शे कदम पर ईसाइयों को भी विशेष कर युवाओ को ईसाई मिशन से हट कर सी. आर. एस. एस. ( किश्चियन राष्ट्र सेवक संघ)   की स्थापना करने की अवश्यकता है इस कार्य के लिए आर. एस.एस. के प्रतिनिधि से या फिर हमारे युवा धार्मिक गुरु से  सहयोग लिया जा सकता है ताकि आने वाले समय में हम भी अपने राष्ट्र समुदाय और धर्म की रक्षा में तत्पर रहे  ।

कोई टिप्पणी नहीं: