बेगूसराय : देशरत्न अटल बिहारी वाजपेयी सह सैनिकों को समर्पित,भारद्वज गुरुकुल का भव्य आयोजन। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 25 अगस्त 2018

बेगूसराय : देशरत्न अटल बिहारी वाजपेयी सह सैनिकों को समर्पित,भारद्वज गुरुकुल का भव्य आयोजन।

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बेगूसराय (अरुण कुमार) दिनांक 20 अगस्त के जगह दिनांक 23 अगस्त को मनाया गया जवाहर भारद्वाज की जन्मतिथि।कारण जैसा कि आप सब जानते ही हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान सात दिनों का राष्ट्रीय शोक रहा।जवाहर भारद्वाज इस राष्ट्रीय शोक में अपना जन्मदिन भला कैसे मनाते।

समस्या की चर्चा कम, समाधान का प्रयास ज़्यादा
बुज़ुर्गों के प्रति घटते सम्मान एवं दुर्व्यवहार की स्थिति भयावह हो गयी है।सरकार को सख्त कानून का सहारा लेना पड़ रहा है ।यह एक सामाजिक समस्या है और इसका समाधान भी समाज को ढूंढना है।विद्यालय समाज की समस्याओं को दूर करने का एक कारगर उपाय है।बचपन में बोये गए अच्छे संस्कार के बीज बड़ा होने पर सुखद परिणाम देते हैं।इसी ध्येय को ध्यान में रखकर कल 23 अगस्त 2018 को विद्यालय परिसर में एक भव्य कार्यक्रम 'संस्कार दिवस' का आयोजन किया गया।अंग्रेज़ी में इसे फाउंडर्स डे का नाम दिया गया।भारद्वाज गुरुकुल के प्राचार्य (शिव प्रकाश भारद्वज)के पिता और भारद्वाज गुरुकुल के चेयरमैन सह संस्थापक श्री जवाहर लाल भारद्वाज 20 अगस्त 2018 को 68 वर्ष के हो गए।विद्यालय के ऑडिटोरियम में बैठे सभी दादा,दादी के साथ-साथ नाना एवं नानी ने केक काटकर जन्मदिन मनाया।संदेश साफ है कि हर परिवार एवं संगठन के संस्थापक को भरपूर प्यार और सम्मान मिलना चाहिए।पूर्व में उनके द्वारा किये गए सद प्रयासों का नतीजा हमारा आज है।ऐसे प्रयासों से उनके जीवन में ऊर्जा का संचार होता है और वो अपने अनुभवों को हमें मुफ्त में देते हैं,और आगे बढ़ने में मदद करते हैं।बुज़ुर्गों का मार्गदर्शन,युवाओं के ऊर्जा के साथ सोने पर सुहागा का काम करता है। यह कार्यक्रम भारत रत्न ही नहीं हृदय रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एवं सैनिकों को समर्पित था।सैनिकों की ज़िंदगी पर आधारित नाटक' फौजी' की प्रस्तुति की गई।यह नाटक श्री हृषिकेश कुमार द्वारा निर्देशित था।इस नाटक के मार्मिक दृश्य ने दर्शकों के आँखों में आंसू ला दिए।विभिन्न वर्गों के बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।बेटियों के भ्रूण हत्या के खिलाफ प्रस्तुत किये गए कार्यक्रम के तथ्यों ने सबों को झकझोर कर रख दिया।देशप्रेम और देशभक्ति से ओत प्रोत विभिन्न गीत एवं नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा। पिछले वर्ष यह कार्यक्रम किसानों को समर्पित था।उससे पहले बेटियों को समर्पित था।प्राचार्य शिवप्रकाश ने कहा कि,मैं अपने अनुभव से कह सकता हूँ कि परिवार के बुज़ुर्गों के डांट को अगर हम बर्दाश्त करना सीख जाएं तो जीवन में उजाला ही उजाला है।मेरी पत्नी और मैं तो अक्सर अपने पिता का आज भी डांट सुनता हूँ।कोशिश करता हूँ,जवाब न दूं।इसका असर यह हुआ है कि हमारे अंदर धैर्य की वृद्धि हो रही है।अपने माँ, बाबूजी और बुज़ुर्गों को आसपास खुश देखकर अत्यंत संतुष्टि मिलती है।सबों से निवेदन है  बड़ों के ख़ज़ाने को यूँ ही बर्बाद न करें।परिवार के बच्चों के लिए वो एक चलता फिरता विद्यालय हैं। इस कार्यक्रम में एक वर्तमान व दो पूर्व सैनिकों को भी शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।बी आर डी ए व्ही की प्राचार्या एवं पूर्व Iभारतीय वायु सेना की मिस अंजलि को वयोवृद्ध  डॉ• सच्चिदानन्द सिंह ने सम्मानित किया।पूर्व सैनिक मुकुल कुमार को श्री जवाहर लाल भारद्वाज जी ने एवं सेना में हवलदार श्रवण कुमार जी को शिव प्रकाश भारद्वाज ने सम्मानित किया।सैकड़ों की संख्या में मौजूद दर्शकों ने विभिन्न क्षेत्र में 2017-18 सेशन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया । अपने संबोधन में श्री लल्लू बाबू ने सामाजिक समरसता पर अपनी बात रखी और भारतीय संस्कारों में इसे बहुत महत्वपूर्ण बताया। साईकल यात्रा एक विचार के स्नेही सदस्यों ने जन्मदिन पर एक पौधा देकर पिछले चार वर्षों से चलाए जा रहे पर्यावरण चेतना के कार्यक्रम को बल दिया। महात्मा गाँधी जी को चम्पारण लाने एवं देश की आज़ादी में अहम योगदान देने वाले पंडित राजकुमार शुक्ल की (जन्म) जयंती 23 अगस्त को याद करते हुए श्री राजीव कुमार जी ने उनके जीवन और सद्कर्मों पर प्रकाश डाला। बच्चों को आशीर्वाद देने आए गणमान्यों में श्री अभिषेक कुमार,चेयरमैन-सेंट जोसेफ पब्लिक स्कूल श्री नवल किशोर झा,निदेशक-देशरत्न विद्यालय, श्री संजय कुमार-निदेशक-बाइट कंप्यूटर,जनकवि श्री दीनानाथ सुमित्र, चर्चित कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र,डॉ शैलेन्द्र लाल,डॉ रंजन चौधरी, डॉ मृत्युंजय कुमार,श्री संजय कुमार,श्री ओम प्रकाश भारद्वाज,श्री मुकेश कुमार ,श्री दिनकर भारद्वाज,श्री ओम प्रकाश ,श्री बी आर के सिंह,श्री अमरेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ लल्लू बाबू,श्री शम्भू कुमार,श्री सुरेंद्र चौधरी,श्री अमिय कश्यप ,श्री मुकेश प्रियदर्शी ,श्री मधुकर,श्री राजेश कुमार के साथ साथ सैकड़ों लोग मौजूद थे। मंच संचालन स्वयं भारद्वाज गुरुकुल के प्राचार्य शिव प्रकाश भारद्वज ने किया जिससे आयोजन शिक्षाप्रद जानकारियों से ओत-प्रोत रहा।

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