चंडीगढ़, 26 अगस्त , पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुद्दे पर राहुल गांधी पर हमला बोले जाने को लेकर आज शिअद पर पलटवार करते हुए कहा कि एक पार्टी के रूप में कांग्रेस इस नरसंहार में कभी शामिल नहीं रही। अमरिंदर ने इस बात पर भी जोर दिया कि 1984 के इस नरसंहार में जो कोई भी शामिल था, उसे फांसी पर लटका देना चाहिए। गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल ने 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी की थी। शिअद ने कहा था कि नरसंहार में अपनी पार्टी के संलिप्त रहने के विचार से राहुल ने असहमति जता कर सिख समुदाय के जख्मों पर नमक छिड़का है।
इससे पहले, राहुल ने 1984 के दंगों को बहुत दुखद घटना करार देते हुए कहा था , ‘‘यह एक त्रासदी थी, यह बहुत दुखद अनुभव है। आप कह सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी इसमें शामिल थी, मैं इससे सहमत नहीं हूं...। ’’ राहुल दो दिनों की ब्रिटेन की यात्रा पर हैं। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को आड़े हाथ लेते हुए अमरिंदर ने कहा कि जब ‘‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’’ हुआ था और उसके बाद दंगे हुए थे, तब कांग्रेस अध्यक्ष स्कूल में थे।’’ अमरिंदर ने आज एक बयान में कहा कि किसी चीज के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना पूरी तरह से बेतुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस चीज से राहुल गांधी वाकिफ तक नहीं थे उसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना पूरी तरह से हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि एक पार्टी के रूप में कांग्रेस दंगों में कभी शामिल नहीं रही थी। अमरिंदर ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति शामिल था तो उससे कानून के मुताबिक निपटा जाना चाहिए। 1984 के नरसंहार में जो कोई शामिल था, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से हो, उसे फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के कृत्यों के लिए पूरी पार्टी को जिम्मेदार ठहराना तर्कहीन है और यह सुखबीर की राजनीतिक अपरिपक्वता को दिखाता है। अमरिंदर ने कहा कि राहुल की ताजा टिप्पणी को 1984 दंगों पर उनके पहले के बयानों के परिप्रेक्ष्य में देखे जाने की जरूरत है, जिनमें उन्होंने खुद ही कांग्रेस के कुछ लोगों का नाम लिया था। बादल के यह कहने पर कि राहुल नरसंहार में शामिल कांग्रेस नेताओं को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, अमरिंदर ने कहा कि इस तरह के बयान देना अकालियों, खासतौर पर बादल परिवार के लिए नया नहीं है। अमरिंदर ने कहा कि राहुल की भारत और विदेश में बढ़ती लोकप्रियता से सुखबीर चिंतित हैं।
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