दुमका (अमरेन्द्र सुमन) श्रावणी मेला के दौरान प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा बासुकिनाथ धाम पहुंच रहे है। पूरे एक माह तक देश के विभिन्न हिस्सों से बाबा के भक्त एक लम्बी यात्रा कर यहां पहुंचते हैं तथा पूरी आस्था के साथ बाबा पर जलार्पण कर व मन्नतें मांगकर घर को लोट जाते हैं। कई बार श्रद्धालु बाबा फौजदारी नाथ के दरबार में अपने पूरे परिवार के साथ पहुंचते है इस दौरान वे अपने परिवार के सदस्यों से बिछड़ जाते है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को उनके परिवार के सदस्यों से मिलाने के लिए भी व्यवस्थाऐं की है। पूरे मेला क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाये गये है। जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को मिलाया जाता है। जगह-जगह पर सूचना सहायता कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये है। सूचना सहायता कर्मी ऐसे श्रद्धालुओं को उनके परिवार से मिलाते है एवं कई बार उनके घर तक भी उन्हें छोड़ा जाता है। सभी सूचना सहायता कर्मी मंदिर के पट खुलते ही अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित होकर श्रद्धालुओं की सेवा करते है। पिछले पांच दिनों में अबतक विभिन्न सूचना सहायता शिविर के आकड़ों के अनुसार अबतक कुल 36,798 श्रद्धालुओं को उनके परिवार से मिलाया गया है। सभी श्रद्धालु अपने परिवार के सदस्यों से मिलकर तहे दिल से जिला प्रशासन को धन्यवाद देतेे है। सूचना सहायता कर्मी उन्हें अगले वर्ष फिर से आने का न्यौता देते है।
पाँचवें दिन दर्शर्नािथयों की कुल संख्या 86140 रही
श्रावणी मेला के पाँचवें दिन सायं 4 बजे तक दर्शर्नािथयों की कुल संख्या 86140 रही। दर्शनार्थी 69693, जलार्पण कांउटर से 14506 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। शीघ्र दर्शनम से 1941 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। गोलक से प्राप्त कुल राशि 130765 रुपये, जलार्पण काउंटर से प्राप्त राशि 21710 वहीं अन्य स्त्रोत से प्राप्त राशि 11870 रहा। चांदी का सिक्का 5 ग्राम का 1, 10 ग्राम का 12 बिक्री हुआ, चांदी का समाग्री गोलक से 155 ग्राम प्राप्त हुआ।
पाँचवें दिन दर्शर्नािथयों की कुल संख्या 86140 रही
श्रावणी मेला के पाँचवें दिन सायं 4 बजे तक दर्शर्नािथयों की कुल संख्या 86140 रही। दर्शनार्थी 69693, जलार्पण कांउटर से 14506 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। शीघ्र दर्शनम से 1941 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। गोलक से प्राप्त कुल राशि 130765 रुपये, जलार्पण काउंटर से प्राप्त राशि 21710 वहीं अन्य स्त्रोत से प्राप्त राशि 11870 रहा। चांदी का सिक्का 5 ग्राम का 1, 10 ग्राम का 12 बिक्री हुआ, चांदी का समाग्री गोलक से 155 ग्राम प्राप्त हुआ।
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