- बिहार बंद के दौरान पटना में महिलाओं के साथ पुलिस ने की धक्कामुक्की, बंद समर्थकों ने जेपी गोलंबर का घेरा तोड़ा. राज्य में हजारों बंद समर्थकों की गिरफ्तारी. वाम दलों के आहूत बिहार बंद को राजद सहित अन्य विपक्षी पार्टियों का भी है समर्थन
पटना 2 अगस्त, वाम दलों द्वारा आहूत आज के बिहार बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है. कई स्थानों पर रेलवे के परिचालन को बाधित किया गया है, तो राष्ट्रीय व राज्य पथों पर भी जगह-जगह बंद समर्थकों ने जाम लगा रखा है. समाज के विभिन्न तबके के लोगों ने मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न व बिहार में दलित-गरीबों पर हमले के खिलाफ आयोजित आज के बिहार बंद को सक्रिय समर्थन दिया है. भाकपा-माले सहित सीपआई, सीपीआईएम, एसयूसीआईसी, आरएसपी, फारवर्ड ब्लाॅक और राजद व अन्य विपक्षी पार्टियां सक्रिय तौर पर बिहार बंद में उतरी हैं.पटना में बंद समर्थक महिला संगठनों के जुलूस के साथ भाजपा-नीतीश कुमार की पुलिस एक बार फिर बर्बरता से पेश आई. पुलिस ने बंद समर्थकों के साथ जबरदस्ती की और महिलाओं के साथ धक्का मुक्की की घटना को अंजाम दिया. जैसे ही ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, राज्य सचिव शशि यादव, राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे, बिहार महिला समाज की निवेदिता झा, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की रामपरी देवी, सांस्कृतिक महिला संगठन की अनामिका व साधना मिश्रा आदि महिला नेताओं के नेतृत्व में बंद समर्थक महिला संगठनों ने जेपी गोलबंर से आगे बढ़ना चाहा, पुलिस उनके साथ अभद्र तरीके से पेश आई. फिर भी महिलाओं ने उनके घेरे को तोड़ दिया और डाकबंगला चैराहे की ओर बढ़ चलीं. विदित हो कि मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न के सवाल पर महिला संगठन पहले ही दिन से लड़ रही हैं. लेकिन आज एक बार फिर महिलाओं के प्रति भाजपा व नीतीश कुमार का असली चेहरा दिखा.
दरभंगा में इनौस व भगत सिंह युवा ब्रिगेड के सदस्यों ने संपर्क क्रांति के परिचालन को ठप्प कर दिया, जिसकी वजह से दरभंगा-दिल्ली ट्रैक पर परिचालन बाधित हो गया. इसके पूर्व माले कार्यकर्ताओं ने जानकी एक्सप्रेस के परिचालन कोे भी बाधित किया. जहानाबाद में भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने जनशताब्दी एक्सप्रेस को रोका और गया-पटना रेलवे खंड पर यातायात को बाधित कर दिया. मधुबनी में सियालदह-जयनगर व गंगासागर एक्सप्रेस के परिचालन को बाधित किया गया. समस्तीपुर, नवादा, आरा आदि जगहों पर भी ट्रेनों का परिचालन बाधित किया गया. गया में ऐपवा की कार्यकर्ताओं ने रेलवे के परिचालन को बाधित किया. मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय उच्च पथ 57 को गायघाट व बेनीबाद तथा दरभंगा के मब्बी में जाम किया गया. बेनीपट्टी में लोहिया चैक को जाम किया गया जिसमें माले के प्रखंड सचिव श्याम पंडित सहित तकरीबन 100 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया. मुजफ्फरपुर के बोचहां में भी राष्ट्रीय उच्च पथ को जाम किया गया. बंद समर्थकों ने मधुबनी समाहरणालय को घंटा भर के लिए बंद कर दिया, जिसकी वजह से जिलाधिकारी अपने कार्यालय तक नहीं पहुंच सके और उन्हें पैदल जाना पड़ा.
आरा में भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में पटना-आरा रोड को करमन टोला बस पड़ाव पर जाम किया गया. बंद समर्थक घंटों नारेबारी करते रहे और फिर पूरे शहर में मार्च किया. पूरा शहर बंद है. जगदीशपुर के नयका टोला व इसाढ़ी बाजार पूरी तरह बंद रहे. यहां बंद समर्थकों ने सड़क पर ही कुर्सी टेबल लगाकार यातायात को बाधित कर दिया. बक्सर के डुमरांव में भी बंद का व्यापक असर देखा गया. बाद में बंद समर्थक माले कार्यकर्ताओं ने कोइलवर पुल को जाम कर दिया, जिसकी वजह से पटना-आरा मार्ग पर परिचालन पूरी तरह बाधित हो गया. दरभंगा के लहेरियासराय बहेड़ी पथ को मिर्जापुर चैक पर जाम किया. सिवान में पूर्व विधायक अमरनाथ यादव व जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में भाकपा-माले कार्यकर्ताओं जेपी चैक को जाम किया, पूरे शहर में जुलूस निकाला और फिर सभा आयोजित की. सिवान में बंद का व्यापक असर रहा. सहरसा में माले नेता ललन यादव व खेग्रामस नेता विक्की राम ने बंद का नेतृत्व किया.
नवादा में कौआकोल बाजार को बंद समर्थकों ने पूरी तरह बंद करवाया. नवादा में 500 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया. नवादा में प्रजातंत्र चैैक, औरंगाबाद में रमेश चैक व हसपुरा, अरवल में एनएच 82, जहानाबाद में पटना गया सड़क मार्ग, नालंदा में हिलसा व इसलामपुर आदि जगहों पर भी सडत्रक जाम किए गए. पूर्णिया में बंद समर्थकों ने सैकड़ों की तादाद में प्रदर्शन किए. पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में बंद समर्थकों ने जुलूस निकाला. अरवल में पटना-औरंगाबाद सड़क को जाम किया. अरवल-जहानाबाद सड़क भी कई जगहों पर जाम है.समस्तीपुर में मुख्यालय में मार्च निकाला गया.
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