बिहार : नीतीश-मोदी शासन महिलाओं पर क्रूरतम अत्याचार के लिए रखा जाएगा याद : माले - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 22 अगस्त 2018

बिहार : नीतीश-मोदी शासन महिलाओं पर क्रूरतम अत्याचार के लिए रखा जाएगा याद : माले

बिहिया व नालंदा जैसी घटनाओं से आज पूरा बिहार शर्मसार.
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पटना 22 अगस्त 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि महिला सशक्तीकरण का नारा देने वाले नीतीश कुमार और भाजपा का शासन बिहार में महिलाओं पर दमन व अत्याचार के सबसे कूू्रर दिनों के लिए याद किया जाएगा. बिहिया में पुलिस संरक्षण में महिला नंगा कर घुमाने और मुख्यमंत्री के गृह जिले में एक महिला से बलात्कार की कोशिश के बाद उसे जिंदा जलाने का प्रयास बेहद अमानवीय व कूू्र कार्रवाई है. इसके पहले बालिका शेल्टर गृहों के मामले में सत्ता संरक्षित यौन उत्पीड़न की घटनाओं को हम देख ही चुके हैं, जिसने दुनिया में बिहार की प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंचाई है. ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई भी अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि दरअसल आज नीतीश कुमार पूरी तरह भाजपा की बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं. महिलाओं के प्रति भाजपा के दकियानूसी और घोर प्रतिक्रियावादी विचारों से हम सब वाकिफ हैं. आरएसएस के लोग महिलाओं के केवल और केवल भोग की ही वस्तु समझते हैं. यही वजह है कि जब से देश और विभिन्न राज्यों की सत्ता में भाजपा आई है, महिलाओं पर यौन व अन्य प्रकार की हिंसा में अत्यंत तेज गति से वृद्धि हुई है. भाजपा जैसी पार्टी बलात्कारियों के समर्थन में जुलूस निकालती है, इससे शर्मनाक क्या हो सकता है? इन्हीं कारणों से आज समाज में महिलाओं के प्रति अव्वल दर्जे की घृणा देखी जा रही है और उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है. भाकपा-माले महिलाओं के साथ-साथ अन्य वंचित तबके के संघर्ष को जारी रखेगी. इसी कड़ी में आगामी 28 अगस्त को पूरे राज्य में मानव शृंखला का आयोजन किया गया है. माले राज्य सचिव ने बिहार की जनता से आह्वान किया कि घृणा की राजनीति करने वालों से सचेत रहने की जरूरत है.

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