लखनऊ (आर्यावर्त डेस्क) 15 अगस्त 2018, राष्टीय शहरी आजीविका मिशन के तहत संचालित पल्टन छावनी मडियांव में स्थिति शेल्टर होम पर विज्ञान फाउण्डेशन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर बडे ही हर्षोंउल्लास के साथ झण्डारोहण किया गया इसके साथ साथ शेल्टर होम पर बृक्षारोपण भी किया गया जिसमें क्षेत्रीय पार्षद रुपाली गुप्ता व मडियांव थाने के सब इंस्पेक्टर श्री सुखदेव सिंह व दिहाडी मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री संतोष यादव सहित शेल्टर पर ठहरने वाले 65 लोग उपस्थित रहे। सर्वप्रथम पार्षद रुपाली गुप्ता ने झण्डा रोहन किया इसके पश्चात स्वतंत्रता दिवस के बारे में श्रमिकों को जानकारी देते हुये बताया कि आज के दिन हमारे देश के प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्रता से जीवन जीने की खुशियां मिली थी तब से आज तक पूरे देश में इस दिन को बडे ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि जिन महापुरुषों के प्रयास से हमंे आजादी मिली थी उनमें गांधी जी का नाम सबसे आगे आता है लेकिन अब हम सबकों देश के हित में काम करने की आवश्यकता है। इसी क्रम में स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर शेल्टर होम के परिसर में संस्था द्वारा बृक्षारोपाण करवाया गया इस अवसर पर मडियांव थाने के सब इंपेक्टर श्री सुखदेव सिह ने पौधारोपण किया उसके पश्चात उपस्थित प्रतिभागियों को वृक्षारोपण के महत्व के बारें में बताया कि आज जो पर्यावरण असंतुलित होता जा रहा उसका मुख्य कारण पेडों की कमी है क्योंकि जितना तेजी से पेडों की कटाई हो रही उसकी अपेक्षा पेड लगाये नही जा रहे है। अगर इसी तरह स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में हम सबके लिये व आने वाली पीढी के लिये भंयकर समस्या खडी होने वाली है। उन्होने कहा कि हर व्यक्ति को पेड लगाना चाहिये क्योंकि इसके तत्कालिक फायदे भले ही न हो लेकिन दूरगामी फायदे वृक्षारोपण से जरुर है।
वहीं दिहाडी़ मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने भी पौधारोपण किया और उन्होंने कहा कि पेड हमारे जीवन का अस्तित्व है पेडों के बिना धरती पर जीवन की कल्पना करना असम्भव है ये धरती पर अमूल्य सम्पदा के समान है। अगर पेड न हो तो प्रयावरण का संतुलन विगड जाये और सब ओर तबाही मच जाये। इसलिये हम सबकों पेड अवश्य लगाना चाहिये । इसी क्रम में विज्ञान फाउण्डेशन के मयाराम ने कहा कि पेड प्रकृति की वो देन है जिसका कोई विकल्प नही है हमारे द्वारा लगाये गये पेड सिर्फ हमे ही लाभ नही पहुँचाते बल्कि आने वाली पीढी भी इससे लाभन्वित होगी। पेडों पर तमाम जीव जन्तु अपना आशियाना बनाते है यदि पेड न हो तो इनकी कल्पना नही कर सकते। वर्तमान स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि हम सब पेडों को और पर्यावरण को बचाना तो चाहते है लेकिन उस दिशा में कोई प्रयास नही कर रहे। पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने के लिये हमारे आस- पास जितनी खाली जमीन पडी है वहां हमें पौधरोपण करना चाहिये, कुछ न हो तो गमलों में लगाना चाहिये क्योंकि यह छोटा से छोटा कदम हर व्यक्ति उठायेगा तो धरती और धरती पर जीवन सब खुशहाल रहेगा।
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