जो मानवता का पक्ष लेता है वह सरकारी दुश्मन
रांची। झारखंड विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन के संस्थापक फादर स्टेन स्वामी के घर पर महाराष्ट्र पुलिस ने दबिश दी है. स्टेन स्वामी पर आरोप है कि वो पुणे के भीमा कोरेगांव में जनवरी में हुई हिंसा के प्रमुख सूत्रधार थे. इसी मामले में पुलिस ने फादर स्टेन स्वामी के अलावा हैदराबाद में रह रहे क्रांतिकारी लेखक वारावरा राव, मुंबई में वरनॉन गोंजालेव्स, अरुण परेरा, छत्तीसगढ़ में सुधा भारद्वाज और गौतम नवलेखा के घर पर भी छापा मारा है. इस मामले को लेकर पुणे पुलिस की एक टीम सोमवार की सुबह स्टेन स्वामी के नामकुम स्थित घर पहुंची . फिलहाल गिरफ्तारी को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है.
क्या है पूरा मामला
रांची पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में पुणे के नजदीक भीमा कोरेगांव में यलगार परिषद का कार्यक्रम रखा गया था, जहां भड़काऊ भाषण देने पर हिंसा भड़की थी. इस पूरे मामले में कुल 158 केस दर्ज हुए थे, जिसमें से दलितों पर 63 और सवर्णों पर 90 मामले दर्ज हुए थे इसके अलावा 9 अन्य मामले भी दर्ज किए गए थे.
विवादित छवि है स्टेन स्वामी की
झारखंड में स्टेन स्वामी की छवि विवादित रही है. उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं जिनमें देशद्रोह का भी एक मामला है. इनमें से कुछ मामलों की जांच सीआईडी कर रही है, जिसमें पत्थलगड़ी आंदोलन को भड़काने का केस भी हैं. ऐसे में स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.
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