केरल को पारकर महिला भूमि संवाद यात्रा तमिलनाडु में - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 19 अगस्त 2018

केरल को पारकर महिला भूमि संवाद यात्रा तमिलनाडु में

16 अगस्त को केरल प्रदेश के तिरूवनंतपुरूम गांधी पार्क से शुरू , 45 दिनों में 12 राज्यों में संवाद यात्रा कर  पलवल हरियाणा पहुंचना है 30 सितम्बर को, एकता परिषद व समान विचारधाराओं का संगम है 2 अक्टूबर से होने वाले जनांदोलन 2018 
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तमिलनाडु:  एकता महिला मंच,बिहार की संयोजिका हैं मंजू डुंगडुंग.महिला भूमि संवाद यात्रा में शामिल हैं.उन्होंने कहा कि महिलाओं के किसान एवं भूमि अधिकारों संबंधित समस्याओं को राष्ट्रीय क्षितिज पर लाने का प्रयास है. सर्वविदित है कि भारत में हमलोग यानी 75 प्रतिशत महिलाएं कृषि की गतिविधियों में हिस्सेदार हैं.यह उल्लेखनीय है कि भारत में कृषि महिलाओं की सहभागिता के बिना असंभव है.महिलाएं औसतन पुरूषों से लगभग 1500 घंटे सालाना किसानी करने के साथ-साथ पशु पालन,सब्जी की खेती,चारे का संग्रहण एवं घरेलु पोल्ट्री में भी अहम भूमिका निभाती हैं.

महिला भूमि संवाद यात्रा तमिलनाडु में
मंजू डुंगडुंग ने आगे कहा कि महिला भूमि संवाद यात्रा 16अगस्त को केरल प्रदेश के तिरूवनंतपुरूम गांधी पार्क से शुरू है.12 राज्य यथा केरल,तमिलनाडु ,कनार्टक, आंध्र प्रदेश , तेलंगाना , उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़,बिहार, उत्तर प्रदेश,राजस्थान होकर 45 वें दिन यात्रा 30 सितम्बर को हरियाणा पहुंच जाएगी.

महिला भूमि संवाद यात्रा की गाड़ी पर महिलाओं की मांग प्रदर्शित 
संपति में महिलाओं के हिस्सेदारी के लिए.महिलाओं को कृषक का दर्जा दिलाने के लिए.महिलाओं को आवास और वन भूमि का अधिकार मिले.मालिकाना हक के कागजों पर महिलाओं के भी नाम हो.सामुदायिक जमीन पर महिलाओं के उपयोग के लिए उपलब्ध हो.महिलाओं को कृषि एवं अन्य ऋण मिले.मंडी पंचायत एवं उत्पादक संस्थाओं में महिलाओं को सदस्यता मिले.समस्त शासकीय एवं अर्धशासकीय योजनाओं में महिलाओं की समान भागीदारी हो.श्रर्द्धा कश्चयप, मंजू डुंगडुंग,कस्तूरी पटेल,शोभा तिवारी,कोमल आदि यात्रा की वीरांगना हैं और संचालन कर रही हैं. 

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