स्वच्छता सर्वेक्षण अन्तर्गत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित
चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोततर अग्रणी महाविद्यालय, सीहोर में स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों एवं समाज के सभी वर्गो में जागरूकता लाने हेतु प्रेरित किया गया, जिसमें स्वच्छता के माध्यम से संपूर्ण भारत के साथ-साथ मध्यप्रदेश के सीहोर जिले को भी आगे की पंक्ति में लाने हेतु सतत् प्रयास जारी है। इस दिशा में एक ओर कदम जिला पंचायत सीहोर द्वारा स्वच्छ ग्रामीण सर्वेक्षण APP SSG18 डाउनलोड करवा कर विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत कार्यालय के जिला परियोजना अधिकारी श्री अशोक शर्मा जी, सहायक जिला परियोजना अधिकारी श्री एच.के.राठौर जी एवं जिला समन्वयक श्री विकास वागबाड़े जी द्वारा विद्यार्थियों ने एप डाउनलोड किया, कार्यक्रम महाविद्यालय की नोडल प्रभारी डॉ.प्रमिला जैन(प्राध्यापक-समाजशास्त्र) के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को स्वच्छता ऐप का सफलता पूर्वक डाउनलोड करवाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के सहयोगी डॉ.उदय डोलस, डॉ राजकुमार शर्मा,कु.रचना बागवान, श्री गोंविद राठौर सहित महाविद्यालय में अध्ययनरत् विद्यार्थी उपस्थित थे।
कृषि विकास अधिकारी एवं राजस्व अमले ने किया फसलों का निरीक्षण
मौसम में आर्द्रता के परिणाम स्वरूप खेतों में उगाई जा रही फसलों जैसे सोयाबीन, मूंग, उड़द इत्यादि में बीमारी एवं कीटों की समस्या होने की सूचना पर ग्राम पड़ली, जमनी, बिजलोन एवं लसुडिया परिहार में कृषि वैज्ञानिक डॉ जेके कन्नोजिया, उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास सीहोर द्वारा फसलों का निरीक्षण किया गया एवं नसरुल्लागंज तहसील के ग्राम गुलरपुरा, झिरनिया, पलासीकलां, लाड़कुई एवं भादाकुई में उप परियोजना संचालक आत्मा डॉ कन्नोजिया, डॉ दीपक कुशवाह, कृषि विकास अधिकारी एवं राजस्व कर्मचारियों द्वारा फसलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सोयाबीन फसल में स्टेम फ्लाई तना मक्खी नामक कीट से सोयाबीन फसल प्रभावित पाई गई। तना मक्खी द्वारा प्रमुखता से सोयाबीन में तना में छेद करके अण्डा दिया गया है, जिसकी इल्ली से तने के अंदर का भाग प्रभावित होने के कारण पौधों में पौषक तत्वों का संचार सही प्रकार से न होने की वजह से पौधे पीले पड़ने लग गये हैं। ग्राम पलासीकला में उड़द के निरीक्षण में फसल बैक्टिरियल ब्लाईट रोग से प्रभावित है। कृषकें को सलाह दी गई है कि जल भराव न होने दें। समस्त कृषक बंधु फसलों का नियमित निरीक्षण करते रहें एवं किसी प्रकार की समस्या के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र सेवनिया, कृषि महाविद्यालय सीहोर एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर उचित सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
मलेरिया जांच के लिए मिली एक लाख आरडी कीट
- बुखार से प्रभावितों की जांच की जाएगी, शीघ्र ही मिलेगी 85 हजार ,कीट प्रतिरोधी मच्छरदानियां
मलेरिया की जांच के लिए जिले को करीब 1 लाख रेपिड डायग्नोस्टिक कीट का आबंटन भारत सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि उक्त आरडी कीट का वितरण समस्त मलेरिया प्रभावित संवेदनशील तथा अति संवेदनशील क्षेत्रों में त्वरीत करने के निर्देश जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती क्षमा बर्वे को दिए गए है। डॉ.तिवारी ने बताया कि जिले के मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में वितरण के लिए करीब 85 हजार कीट प्रतिरोधी मच्छरदानी का आबंटन भी शीघ्र ही प्राप्त होने वाला है इन मच्छरदानियों का वितरण भी मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में किया जाएगा। जिले के समस्त शासकीय तथा अशासकीय शिक्षण संस्थाओं में लार्वा सर्वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। जिन संस्थाओं में लार्वा सकारात्मक पाया जाएगा ऐसे स्कूली संस्थाओं पर नगर पालिका के माध्यम से जुर्माना वसूला जाएगा। लार्वा सर्वे के संबंध में सभी जरूरी दिशा निर्देश एएनएम,एमपीडब्ल्यू एवं आशा को दिए गए हैं।
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