कोल्हापुर (महाराष्ट्र), 31 अगस्त, कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने आज दिवंगत तर्कवादी गोविंद पानसरे के परिवारवालों से मुलाकात की और ‘‘सनातन संस्था जैसे अतिवादी समूहों’’ पर प्रतिबंध लगाने के लिए उनसे सरकार पर दबाव बनाने का अनुरोध किया। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विखे पाटिल ने राज्य सरकार पर अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम का विरोध करने वाले लोगों का समर्थन करने का आरोप लगाया। पानसरे को 16 फरवरी 2015 को गोली मार दी गयी थी और चार दिन बाद उनकी मौत हो गयी थी। हत्या के मामले में सनातन संस्था के सदस्यों से पूछताछ की गयी थी । पानसरे की पत्नी उमा और पुत्रवधू मेघा से मुलाकात के बाद विखे पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने उनसे (पानसरे के परिवार) आग्रह किया कि उनके जैसे आधुनिक सोच वालों को एक साथ आकर नौजवानों को बंदूक और बम थमाने वाली सनातन संस्था जैसे अतिवादी संगठनों पर प्रतिबंध के लिए सरकार पर दबाब बनाना चाहिए।’’ अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी का संदर्भ देते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में तब कार्रवाई की जब कर्नाटक की पुलिस ने इस मामले में कदम उठाया। विखे पाटिल ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) हर छोटे मुद्दे पर ट्वीट करते हैं लेकिन उन्होंने दाभोलकर की हत्या मामले में गिरफ्तारी के बारे में कोई ट्वीट नहीं किया...यह दिखाता है कि सरकार तर्कवादी पर हमला करने वाली विचारधारा का समर्थन करती है।’’ बाइक पर सवार लोगों ने 20 अगस्त 2013 को दाभोलकर की हत्या कर दी थी। उस वक्त वह सुबह की सैर पर निकले थे।
शुक्रवार, 31 अगस्त 2018
विखे पाटिल ने पानसरे के परिजनों से मुलाकात की
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