मधुबनी : जिला प्रशासन मधुबनी की मेहनत लाया रंग, बैंगलोर से मुक्त हुए 19 युवक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 25 सितंबर 2018

मधुबनी : जिला प्रशासन मधुबनी की मेहनत लाया रंग, बैंगलोर से मुक्त हुए 19 युवक

सभी मुक्त कराये गये लोगों को जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया चेक,परिजनों से मिलकर भावुक हुए युवक
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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 25  सितम्बर,  : जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा मंगलवार को आदर्श नगर स्थित बाल गृह में बैंगलोर से मुक्त कराये गये युवकों को उनके परिजनों को सौंपा गया।  इस अवसर पर डाॅ.रश्मि वर्मा,सहायक निदेशक,बाल संरक्षण ईकाई,मधुबनी, ताजुद्दीन खान,जिला बाल संरक्षण ईकाई पदाधिकारी, रामनगर(बैंगलोर),श्री विनय कुमार,प्रभारी, श्रम अधीक्षक,मधुबनी,श्री नागेन्द्र, आउटरिच वर्कर,जिला बाल संरक्षण ईकाई, रामनगर,कंठाराजू, श्रीमती वीणा चैधरी,महिला परामर्षी,महिला हेल्पलाईन,मधुबनी, अख्तर हुसैन,सामाजिक कार्यकत्र्ता समेत अन्य लोग उपस्थित थे। इस संबंध बताया गया कि दरभंगा जिला निवासी मो. इरसाद(बिचैलिया) द्वारा बरदेपुर पुरसौलिया,प्रखंड-कलुआही के छह लोगों तथा सोहपुर,प्रखंड बासोपट्टी के 3, मुजफ्फरपुर समेत कुल 19 लोगों को नौकरी का झांसा देकर बैंगलोर ले जाया गया। वहां सभी युवकों को प्लास्टिक फैक्ट्री में चुने हुए कचड़े से दाना बनवाने कार्य कराया जाता था। सभी युवकों को दो-चार की संख्या में एक स्थान पर रखा जाता था। संबंधित कंपनी से पैसा इरसाद लेता था,और मजदूरों को पैसा नहीं देता था,तथा मारपीट भी करता था। तथा घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। इरसाद की यातना से तंग आकर पुरसौलिया निवासी संतोष कुमार किसी प्रकार भागकर अपने घर पंहुचा एवं परिजनों को अपने सहित अन्य युवकों को बंधक बनाये जाने की जानकारी दी गयी। परिजनों द्वारा आस-पास के ग्रामीण एवं अख्तर हुसैन,सामाजिक कार्यकत्र्ता को इस संबंध में जानकारी दी गयी। सभी लोगों के द्वारा जिला बाल संरक्षण इकाई,मधुबनी में संतोष के द्वारा इस संबंध में आवेदन दी गयी। साथ ही जिला पदाधिकारी,मधुबनी एवं पुलिस अधीक्षक,मधुबनी को भी इस संबंध में आवेदन दिया गया।

जिला पदाधिकारी,मधुबनी के निर्देश पर सहायक निदेशक,बाल संरक्षण इकाई मधुबनी द्वारा इस आशय की जानकारी पत्र द्वारा बैंगलोर स्थित सभी बाल संरक्षण कार्यालय को दी गयी। साथ ही सामाजिक कार्यकत्र्ता एवं परिजनों को बैंगलोर में सभी प्रशासनिक सहयोग का भरोसा दिया गया एवं पता तथा संपर्क संख्या उपलब्ध कराया गया। साथ ही बाल संरक्षण कार्यालय,बैंगलोर को इस संबंध में सहयोग करने को भी कहा गया। तत्पश्चात जिला बाल संरक्षण ईकाई,रामनगर(बैंगलोर) एवं बाल कल्याण समिति प्रशासनिक सहयोग से दिनांक 31.08.18 को बंधक बनाये गये लोगों को छापा मारकर 19 लोगों को मुक्त कराया गया। मुक्त कराये गये लोगों की जांच सभी संबंधित विभागों द्वारा की गयी। सभी मुक्त कराये गये लोगों को कर्नाटक सरकार द्वारा प्रति युवक 17,000 हजार रूपये का चेक दिया गया। जिसे जिला पदाधिकारी द्वारा जांचोपरांत सभी युवकों के परिजनों को सौंपा गया।  इस संबंध में जिला पदाधिकारी,मधुबनी द्वारा बताया गया कि आवेदन प्राप्त होने पर इस संबंध में सहायक निदेशक,बाल संरक्षण ईकाई,मधुबनी को त्वरित कार्रवाई हेतु निदेश दिया गया। जिसके आलोक में बंगलौर स्थित बाल संरक्षण कार्यालय से सहयोग प्राप्त कर इन सभी युवकों का रेस्क्यू किया जा सका। इस संबंध में उन्होंने अख्तर हुसैन,सामाजिक कार्यकत्र्ता, के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अख्तर के प्रयास से ही उक्त सभी बंधक बने लोगों का रेस्क्यू किया जा सका है। उन्होंने कहा कि अख्तर हुसैन को इस सभी लोगों को मुक्त कराने में अपना सहयोग देने के लिए प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा। साथ ही ताजेउद्दीन खान,बाल संरक्षण ईकाई पदाधिकारी,रामनगर(बैंगलोर) के भी ससमय आवश्यक सहयोग करने एवं इन युवकों को उनके घर तक सकुषल पहुंचाने हेतु विभाग, को तथा कर्नाटक सरकार को भी प्रशंसा पत्र भेजा जायेगा।

आदर्श नगर स्थित बाल गृह में सभी युवकों के परिजन काफी समय बाद अपनों से मिलकर काफी प्रसन्न थे तथा भावुक भी हुए। सभी के परिजन एवं मुक्त कराये गये युवक जिला प्रशासन,मधुबनी एवं बैंगलोर से आये टीम के सदस्यों को धन्यवाद दे रहें थे। तत्पश्चात जिला पदाधिकारी द्वारा बाल गृह का के रसोईघर का निरीक्षण किया गया। एवं खाने की गुणवत्ता की जांच हेतु स्वयं बनाये हुए भोजन का स्वाद चखा भी गया। एवं बाल गृह संचालक को भोजन को और सुस्वादु बनाने हेतु निदेश दिया गया।

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