दुमका (अमरेन्द्र सुमन) जिला प्रशासन, बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्रम विभाग, डीएलएसए दुमका, अभ्युदय जन कल्याण आश्रम, भारतीय रेड क्राॅस सोसाइटी, सेतु व प्रयाश फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में +2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, दुमका में ‘‘बाल व्यापार" से संबंधित ‘‘मुक्ति कारवां-भारत जोड़ो अभियान’’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। डीएलएसए के सचिव निषांत कुमार ने कहा कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान को आगे बढ़ाने के प्रति सचेष्ट होना होगा ताकि आने वाले समय में बाल दुव्र्यापार पर रोक लगायी जा सके। जिला विधिक जागरुकता के माध्यम से कई प्रकार की जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है ताकि मानव तस्करी पर रोक लगाया जा सके। आपके आस-पास के क्षेत्रों में यदि इस प्रकार की घटना दिखाई देती है, तो इसकी सूचना आप पुलिस को दें। पुलिस ऐसे व्यक्ति के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई करेगी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुक्ति कारवां के संयोजक शत्रुघ्न ओझा ने कहा कि बाल दुव्र्यापार समाज का सबसे बड़ा अभिषाप है और इसे रोकना हम सभी का कत्र्तव्य है। क्षेत्र भ्रमण एवं निरंतर जागरूकता अभियान के फलस्वरूप बच्चों में नई उर्जा का निर्माण हुआ है। हमारे देष और राज्य में जो भी व्यक्ति मानव का व्यापार करते है ऐसे व्यक्ति को समाज में रहने का कोई हक नही है। ऐसे व्यक्तियों पर कार्रवाई होना आवष्यक है। उन्होंने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से ही इस अभियान को एक बड़ा अभियान का रुप दिया जा सकेगा। साथ ही बाल दुव्र्यापार, बाल मजदूरी पर रोक लगाने में सफलता मिलेगी। इस कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्ति यहां प्राप्त जानकारी से अपने आस-पास के व्यक्तियों को भी जागरूक करें ताकि इस बाल दुव्र्यापार को जड़ से खत्म किया जा सके। मुक्ति कारवां के सदस्य अर्जुन कुमार ने कहा कि मुक्ति कारवां एक जागरुकता अभियान है। इसकी शुरुआत रांची से मुख्य सचिव झारखंड के द्वारा सभी जिलों के लिए मुक्ति कारवां रथ रवाना कर किया गया है। चिहिन्त 14 जिलों के कन्या विद्यालयों में इस जागरुकता अभियान को चलाया जा रहा है तथा रथ के साथ हाट बाजार में भी गीत-संगीत एवं नुक्कड़ नाट्क के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जा रहा है। कैलाष सत्यार्थी फाउन्डेके नेतृत्व में इस जागरुकता अभियान को पूरे देष भर में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानव व्यापार दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार है इस पर रोक लगना आवष्यक है। झारखंड सरकार इस प्रकार के व्यापार पर रोक लागने के लिए कृतसंकल्पित है।
पुलिस उपाधिक्षक दुमका, पूज्य प्रकाष ने कहा कि इस अभियान के व्यापाक प्रचार-प्रसार की जरुरत है ताकि समाज में हो रहे इस प्रकार की बाल दुव्र्यापार एवं बाल मजदूरी पर रोक लगायी जा सके। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों की जनभागिता के माध्यम से इस अभियान को व्यापक रुप दिया जा सकता है। पुलिस प्रषासन भी इस बाल दुव्र्यापार के प्रति बहुत सक्रिय है। यदि किन्ही को भी अपने आप-पास इस प्रकार की बात देखने या सुनने को मिलता है तो आप इसकी सूचना तुरंत पुलिस के 100 नंबर पर डायल कर दे ताकि पुलिस बाल दुव्र्यापार एवं बाल मजदूरी में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई कर सके। मुक्ति कारवां के सदस्य शांति किन्डो ने कहा कि हमारे झारखंड में बाल दुव्र्यापार की समस्या बढ़ती जा रही है। इस पर रोक लाने के लिए हम सभी को आगे आने की जरुरत है। बाल दुव्र्यापार एवं बाल मजदूरी कराने वाले व्यक्ति को समाज में रहने का कोई हक नही है। ऐसे व्यक्ति पर कार्रवाई अवष्य होनी चाहिए। राज्य सदस्य मुक्ति कारवां के राजा दुबे एवं कन्या विद्यालय की छा़त्रा शालिया फरहत ने भी बाल दुव्र्यापार विषयों पर अपनी बात रखी। मंच संचालन सचिव भारतीय रेड क्राॅस सोसाइटी सह सदस्य जिला बाल संरक्षण समिति दुमका अमरेन्द्र कुमार यादव ने किया। उपस्थित षिक्षक-षिक्षिका एवं छात्रा के बीच गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाट्क के माध्यम से इस अभियान को दिखाया गया, साथ ही जागरुकता रथ के माध्यम से दुमका के गांधी मैदान के पास भी गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाट्क कार्यक्रम के माध्यम से भी लोगों को जागरुक किया गया। कार्यक्रम में सचिव अभ्युदय जन कल्याण आश्रम, शकुन्तला दुबे, $2 कन्या उच्च विद्यालय दुमका करुणा कुमारी, रेड क्राॅस के वाईस चेयरमेन राज कुमार उपाध्याय, संयुक्त सचिव रेड क्राॅस के मनोज कुमार घोष, सीडब्लूसी सदस्य धर्मेंद्र नारायण प्रसाद, सुमिता सिंह, मुकेष नारायण, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी प्रदीप कुमार मेहता, एलइओ अधिवक्ता सिकन्दर मण्डल, डीसीपीओ प्रकाष चन्द्र, समाजिक कार्यकर्ता सूरज पाण्डेय आदि उपस्थित थे।
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