पूर्णिया : जिले के कसबा थाना क्षेत्र के अंतर्गत तारानगर गांव में सोमवार की सुबह दस वर्षीय बच्चे का शव दोगच्छी स्थित नहर से बरामद किया गया। मृतक बच्चा रविवार के करीब तीन बजे संध्या से ही अपने घर से लापता था। बच्चे के शरीर पर कई जगह जख्म के निशान थे तथा बच्चे का मलद्वार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था।लोगों का कहना है कि बच्चे के साथ अप्राकृतिक यौनाचार कर उसकी हत्या करते हुए नहर में फेंक दिया गया है।घटना के संबंध में रंजीत कुमार दिवान ने बताया कि उनका दस वर्षीय एकलौता पुत्र अमित कुमार (10 वर्ष) पिछले कई दिनों से ननिहाल तारानगर गांव में रहता था। रविवार दोपहर सूचना मिली कि मेरा पुत्र गायब है।सूचना मिलने के बाद हमलोगों ने काफी खोजबीन की। लेकिन मेरा पुत्र नहीं मिला। इसी दरम्यान सूचना मिली कि मेरा पुत्र अपने एक दोस्त के साथ निकला है। हमलोगों ने जब अपने बेटे का दोस्त से पूछा तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। वहीं सोमवार की सुबह खोजबीन के बाद पता चला कि मेरे पुत्र का शव दोगच्छी स्थित नहर के पानी में पड़ा है। हमलोगों ने नहर पहुंचकर शव को पानी से निकालकर स्थानीय पुलिस को सूचना दी। वहीं नहर से कुछ दूरी पर मृतक बच्चे का कपड़ा पड़ा था। मृतक के पिता ने बताया कि मेरे बेटे के शरीर के कई हिस्सों पर गहरे जख्म के निशान थे तथा मलद्वार बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। जिससे लगता है कि किसी ने अप्राकृतिक यौनाचार कर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया है। ताकि लगे कि मेरे पुत्र की मौत नहर की पानी से डूबने से हुई है। वहीं घटना की सूचना पर कसबा थाना के पुलिस निरीक्षक विजेंद्र कुमार यादव घटनास्थल पर पहुंचकर शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल भेज दिया। इस संबंध में कसबा थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही बताया जा सकता है कि बच्चे के साथ अप्राकृतिक यौनाचार हुआ है या नहीं। वहीं इस घटना के बाद मृतक अमित की मां बेबी देवी का रो रोकर बुरा हाल है। बेबी देवी रोते हुए कहती है कि मेरे एकलौता पुत्र की आखिर गलती क्या थी। मेरे बेटे ने किसी का क्या बिगाड़ा था। इस घटना के बाद तारानगर गांव के लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि डॉग स्क्वायड टीम द्वारा मामले की जांच कराई जाए। ताकि दोषी जल्द से जल्द जेल भेजा जाए।
...बेबी के जीवन में तूफान, बुझ गया चिराग :
रंजीत कुमार दिवान के पुत्र अमित की मौत की खबर से पूरा इलाका स्तब्ध रह गया। कसबा क्षेत्रो में यही चर्चा रही कि आखिर अमित की मौत कैसे हुई। सूचना मिलते ही बसंतपुर गांव से उसके सगे संबंधी तारानगर गांव निकल गए। बसंतपुर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। मालूम हो कि रंजीत कुमार दिवान के पुत्र अमित का शव दोगच्छी के नहर फाटक पर सोमवार सुबह मिला था। उसकी सूचना जैसे ही बसंतपुर गांव पहुंची, लोग सन्न रह गए। ग्रामीणों को विश्वास ही नहीं हो रहा था। इस कारण अमित के दोस्त फफक पड़े। उसकी मां बेबी देवी, मामा रोशन सिंह, नाना दिनेश सिंह व अन्य परिजन की चित्कार से पूरा गांव दहल गया। जिसने भी खबर सुनी, दौड़कर तारानगर गांव के आवास पर पहुंच गए। घर सैकड़ों लोगों से भर गया। हर किसी की आंखों से आंसू बह रहे थे। गांव की महिलाएं बेबी देवी को रोती देखकर रोने लगीं। गांव की महिलाएं बताती हैं कि अमित घर आते ही मां-मां कहकर बेबी से लिपट जाता था। बेबी देवी के दो संतान में अमित सबसे छोटा था। उसके बाद उसकी बड़ी बहन नेहा है। दोनों तारानगर में ही रहकर पढ़ रहे थे।
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