टीचर के गले से गोल्ड चेन लूटकर फरार होने वाले पुलिस गिरफ्त से बाहर
पटना.वह टेम्पू के इंतजार में खड़ी थीं.दो नौजवान बाइक पर सवार हैं. एक बाइक चला रहा था.बाइक पर बैठे युवक ने चील- झपट्टा मारकर टीचर के गले के सोने का हार लेकर नौ-दो ग्यारह हो गया.
दीघा-आशियाना मैन रोड की वारदात:
एंग्लो-इंडियन समुदाय से बिहार विधान सभा में मनोनीत पूर्व विधायक हैं आल्फ्रेड जौर्ज रोजारियों. विधायक का दीघा-आशियाना रोड में भी स्कूल है.स्कूल का नाम डॉन बोस्को एकेडमी.इसी स्कूल में जेस्सी थोमस नामक टीचर कार्यरत हैं.
टीचर्स डे के दिन की घटना:
डॉन बोस्को एकेडमी में 5 सितंबर को टीचर्स डे का जश्न.यह स्वाभाविक है कि जश्न में टीचर वेलड्रेस में स्कूल आएंगे.केरल की रहने वाली जेस्सी थोमस ने सोने के हार पहनकर आयीं.काफी खुश नजर आ रही थीं.कोई तनाव नहीं था.जश्न समाप्त होने के बाद जेस्सी घर जाने के लिए स्कूल गेट पर आ गयीं.
पूरी घटना सीसी कैमरा में कैद:
अपनी सहकर्मी के साथ जेस्सी थोमस टेम्पों के लिए गेट पर इंतजार करने लगी.आशियाना की ओर से टेम्पों पर सवार होकर दीघा-पटना रोड में आकर कुर्जी जाने के लिए टेम्पों पकड़ना है.दोनों इंतजार कर रहे थे. टेम्पों की आशा में आगे बढ़कर पीछे सुरक्षित स्थान में आ गयी.सुरक्षित स्थान में आकर बाइक सवार ने चील-झपट्टा मारकर सोना के हार छीनकर नौ-दो ग्यारह हो गया.दोनों बाइक सवार का ड्रेस साधारण है.दोनों का एक्शन सीसी कैमरे में है. पांच दिनों के बाद भी लोकल पुलिस हाथ-पांव मार रही है.न गिरफ्तारी और न ही माल बरामद.यह क्या नेता जी का भैंस है. चोरी या भुला जाने के बाद पुलिस बरामद कर नेताजी के पांव के पास ला खड़ा कर देगी.यह तो गुरूजी का मामला है.काफी मुश्किल से 75 हजार रू.का हार खरीदी.त्योहार के दिनों में ही पहनती थी.केरल में हमेशा पहना जा सकता है पर यहां तो नहीं.यहीं फर्क नहीं कर सकी.गवाना पर गया.
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