बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष सड़क पर, कटिहार में टेम्पों चला पर बस नदारद, बेतिया में बंद सफल
पटना (आर्यावर्त डेस्क) 10 सितम्बर : पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों के विरोध में विपक्ष के आह्वान पर भारत बंद बुलाया गया. बिहार में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला. कांग्रेस के इस बंद को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सहित महागठबंधन के सभी दलों का समर्थन मिला. सुबह नौ बजे से तीन बजे तक विपक्ष का भारत बंद सफल रहा. बंद को लेकर राजधानी पटना में दो हजार जवानों की तैनाती की गई. राजधानी में 94 जगहों पर विशेष मजिस्ट्रेट तैनात किए गए. बंद से होने वाली परेशानी को लेकर हेल्पलाइन जारी की गई. बंद को सफल बनाने में बस और ऑटो चालक भी शामिल रहे पर बस नहीं चली. बंद से इमरजेंसी सेवाओं को बाहर रखा गया .आरजेडी कार्यकर्ताओं ने पटना सिटी के बड़ी पहाड़ी मोड़ स्थित पटना मसौढ़ी रोड पर आगजनी कर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और हंगामा किया. इस दौरान केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. विपक्ष ने सरकार को जनविरोधी करार दिया है. साथ ही कहा कि जनता को महंगाई की आग में झोंक रही है सरकार.
बिहार के विभिन्न हिस्सों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला. बंद समर्थक जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सड़क और रेलमार्ग को बाधित किया जा रहा है. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है. विपक्ष के बंद से आम जनता को भी काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है. खगड़िया बस स्टैंड के समीप NH-31 को जाम कर आवागमन को बघित कर दिया गया, जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. वहीं, जाप पार्टी के कार्यकर्त्ता के द्वारा शहर में घूम-घूमकर बाजार को बंद कराया गया. शहर की तमाम दुकानों को बंद करा दिया गया है और जमकर सरकार विरोधी नारे लगाया जा रहे हैं. भारत बंद के दौरान सैकड़ों की संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ता आरा रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने आरा स्टेशन के डाउन लाइन पर आरा-पटना पैसेंजर ट्रेन को रोक कर रेलवे का परिचालन बाधित कर दिया. इस मौके पर पुकिसकर्मी भी काफी बेबस नजर आए. सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने एहतियातन ज्यादातर स्कूलों को पहले ही बंद करा दिया था. बता दें कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के मूल्यों में हो रही लगातार वृद्धि के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने आज भारत बंद का आह्वान किया है, जिसमें बिहार में महागठबंधन के सभी दलों ने समर्थन किया है. बंद का असर सुबह से ही सड़कों पर देखने को मिला. बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में लोगों को राहत देने का मांग की है.
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