सामाजिक सरोकार व कार्य करने वाली मेरी एडलीन को पद्मश्री अवार्ड मिले : सिसिल साह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 9 सितंबर 2018

सामाजिक सरोकार व कार्य करने वाली मेरी एडलीन को पद्मश्री अवार्ड मिले : सिसिल साह

अशिक्षा की अंधेरी गलियों में अक्षर दीप जला रही मेरी एडलीन                             
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चुहड़ी। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किए हैं कि सामाजिक सरोकार रखने व कार्य करने वाली मेरी एडलीन को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया जाए. उन्होंने कहा कि आज मेरी एडलीन किसी परिचय की मोहताज नहीं है। जुनून से बढ़कर प्रयास और प्रयास से बढ़कर प्रतिभा मेरी एडलीन की पहचान है. उन्होंने शिक्षा और सामाजिक सरोकार को अपने जीवन के अनेकों वर्ष दिए हैं। उन्होंने राजकीय +2 उच्च विद्यालय कुमारबाग में शिक्षिका के रूप में कार्य करते हुए सदस्य राज्य संसाधन साक्षरता बिहार के रूप में भी साक्षरता और सरकारी योजनाओं और प्रयासों को भी निखारा है। चनपटिया प्रखंड के चुहड़ी की रहने वाली मेरी एडलिन के अथक प्रयास का परिणाम ही है कि आज शिक्षा से संबंध ना रखने वाले बच्चे व महिलाएं हजारों की संख्या में साक्षर बन चुके हैं। उन्होंने बस्तियों, झुग्गी-झोपड़ियों से लेकर स्लम एरिया तक जाकर लोगों और बच्चों तक पहुंच बनाई। जरूरतमंदों को सिर्फ शिक्षा के माध्यम से हीं नहीं बल्कि सामाजिक कुरीतियों, ढकोसलों व अंधविश्वासों के खिलाफ भी लोगों को जागरूक बनाया है। वर्तमान समय में महादलित, दलित, अल्पसंख्यक एवम अति पिछड़ा वर्ग अक्षरांचल योजना अंतर्गत जिले में साक्षरता कार्यक्रम से जुड़कर असाक्षर महिला पुरूष को साक्षर बनाने और शिक्षा से वंचित बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का कार्य कर रही है। अपनी मां को प्रेरणा स्रोत बताने वाली मेरी एडलिन कहती हैं कि आज जो भी हूँ वह अपनी माँ के आशीर्वाद से हूँ। साक्षरता अक्षरदूत मेरी एडलिन शिक्षक डेनिश लॉरेंस पीटर व स्वर्गीय कार्नेट डेनिस के चार पुत्र व चार पुत्रियों में मझली हैं। उनका कहना है कि वे मां की प्रेरणा से ही सामाजिक कार्य में अपनी भागीदारी देती आ रही हैं। एक समय में प्रेरणा कार्यक्रम के तहत जेल में बंद महिला, पुरूष कैदियों को भी उन्होंने केवल अज्ञानता से हीं नहीं बल्कि मानसिक उलझनों से भी उबारा है। आज वह महिलाएं मानसिक रूप से मजबूत महसूस करते हुए खुद को मेरी एडलिन को फैन बताती हैं.  इनकी प्रतिभा व योगदान को न सिर्फ समाज, संस्था और क्षेत्र पहचानते हैं. बल्कि सरकारी विभागों व आलाकमानों में भी इनके प्रयासों की सराहना की है. दर्जनों ऐसे मौके आए हैं जब इन्हें अलग-अलग मंचों पर सम्मानित किया गया है. आज के समय में जिले में चल रही विभिन्न योजनाओं, जागरूकता कार्यक्रमों, साक्षरता अभियानों में शायद ही कोई ऐसी पहल हो जिसमें मेरी एडलिन का नाम शामिल ना हो। चारों तरफ शिक्षा फैलाने के उद्देश्य से काम कर रही मेरी एडलिन हमेशा ही गैर नामांकित बच्चों को पाठशालाओं से जोड़ने में लगी रहती हैं। महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए उनकी विशेष पहल रहती है। जिले में इनकी सक्रियता का आलम यह है कि वे जिला स्वीप कोर कमेटी, मानव श्रृंखला निर्माण जिला कोर कमेटी, चंपारण सत्याग्रह शताब्दी के जिला कोर कमेटी, केबल ऑपरेटर के जिला स्तरीय निगरानी टीम, जिला लोक शिकायत निवारण के प्रचार-प्रसार की जिला कमेटी व स्वच्छ भारत अभियान की कमेटी में सदस्य की हैसियत से भी मेरी एडलिन शामिल हैं। 
साक्षरता में बेहतरीन कार्य के लिए राज्य स्तर, जिला और प्रखंड स्तर पर कई बार सम्मानित हुई।

- मानव श्रृंखला निर्माण में बेहतरीन कार्य के लिए मुख्य सचिव बिहार से 2017 में प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ। 
- लोक सभा चुनाव में बेहतर कार्य के लिये जिला पदाधिकारी अभय कुमार सिंह से प्रशस्ति पत्र मिला सम्मानित किया गया।
- मतदान, स्वीप में बेहतर कार्य के लिए जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार से प्रशस्ति पत्र मिला।
- पुलिस प्रशासन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम पुलिस सप्ताह आदि में बेहतरीन योगदान के लिए पुलिस अधीक्षक से सम्मानित।
- उप- विकास आयुक्त दे सम्मानित।
- अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2017 के अवसर पर साक्षरता में बेहतर कार्य के लिए जिला परिषद अध्यक्ष से जिला गौरव सम्मान मिला।
- शिक्षा में बेहतरीन कार्य के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से सम्मानित।
- विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से प्रशस्ति पत्र और सम्मानित किया गया।
- 15 अगस्त 2018 को माननीय मंत्री और जिला पदाधिकारी डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे से स्वछता सेनानी सम्मान।
- इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2018 के अवसर पर प्रखड विकास पदाधिकारी से अक्षरदूत सम्मान से सम्मानित।

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