दुमका : झारखंड प्रदेश की महत्वपूर्ण बैठक में पारित किये गए कई प्रस्ताव। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 9 सितंबर 2018

दुमका : झारखंड प्रदेश की महत्वपूर्ण बैठक में पारित किये गए कई प्रस्ताव।

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उच्च शिक्षा संवर्ग
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दुमका-रांची (अमरेन्द्र सुमन) आज अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ , उच्च शिक्षा संवर्ग की झारखंड प्रदेश की एक महत्वपूर्ण बैठक राँची विश्वविद्यालय के एच आर डी सी ,मोराबादी के सभागार में  राँची विश्वविद्यालय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।  बैठक में शिक्षकों के सबसे ज्वलन्त मुद्दे ए जी पी कटौती के खिलाफ झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों से आए शिक्षक नेताओं ने  रोष प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की यह कार्यवाही शिक्षक एवं शिक्षा विरोधी कदम है।राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय के जिस केस का हवाला देकर ए जी पी कटौती का  आदेश विश्वविद्यालयों को दिया है वह भ्रामक और निराधार है। शैक्षिक महासंघ की बैठक में झारखंड सरकार के उच्च शिक्षा सचिव  से यह माँग की गई है कि ए जी पी कटौती के तुगलकी फ़रमान को अविलम्ब वापस ले और जिन विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को ए जी पी  6000 से 7000 का लाभ नहीं मिल रहा है उन विश्वविद्यालय में इसे अविलम्ब लागू किया जाय।

दिन रविवार की इस बैठक में शिक्षकों की प्रोनत्ति,पी एच डी इंक्रीमेंट, सेवा शर्तों एवं पेन्सन निर्धारण यू जी सी के सरकुलर 2010 के आधार पर करने, यथाशीघ्र 7 वां वेतनमान लागू करने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा करते हुए आंदोलन की रणनीति बनाई गई अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अखिल भारतीय उच्च शिक्षा संवर्ग प्रभारी श्री महेंद्र कुमार(वाराणसी) ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आज के वैश्विक परिदृश्य में उच्च शिक्षा में नैतिक शिक्षा ,मानविकी विषयों का लोप होना भारतीय शिक्षा पद्धत्ति पर सीधा आक्रमण है।उन्होंने कहा भारतीय शिक्षा पद्धत्ति दुनिया का मार्गदर्शन करनेवाला रहा है हमें अपनी पुरातन विरासत की पुनः वापसी पे हमें गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि हम अपनी समस्याओं के समाधान हेतु सकरात्मक पहल करते हुए उच्च शिक्षा के मूल्यों को भी बचाने की आवश्यकता है। इस बैठक में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उच्च शिक्षा संवर्ग की झारखंड प्रदेश इकाई की घोषणा चुनाव अधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने किया जिसमें अध्यक्ष - डॉ प्रदीप कुमार सिंह, हजारीबाग को तथा डॉ अजित कुमार, धनबाद, डॉ संजय सिंह दुमका, डॉ महेंद्र नाथ तिवारी गोवा को उपाध्यक्ष बनाया गया।  महामंत्री - डॉ ब्रजेश कुमार ,राँची को तथा  संघटन मंत्री- डॉ राजकुमार चौबे, हजारीबाग को बनाया गया।  मंत्री - डॉ कुमुद कला मेहता राँची,  डॉ सुनीता गुप्ता  राँची व डॉ जिन्दर सिंह मुंडा, राँची को बनाया गया। कोषाध्यक्ष- डॉ प्रमोद कुमार सिंह,राँची को बनाया गया। कार्यसमिति सदस्य डॉ बी के मिश्रा,गढ़वा,डॉ ज्योति प्रकाश,राँची,डॉ विजय प्रकाश,चाईबासा,डॉ पूनम सहाय, राँची,डॉ मंजू सारंगी,चाईबासा,डॉ अमर कुमार सिंह,जमशेदपुर,डॉ राजू राम,हजारीबाग।  बैठक में राँची विश्वविद्यालय,विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग,विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय,धनबाद,नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय,पलामू,डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय,राँची और एस के एम विश्वविद्यालय,दुमका के कुल 56 शिक्षकों ने भाग लिया। इस  बैठक में राँची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अमर कुमार चौधरी, डॉ बी के मिश्रा, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ अजय सिन्हा, डॉ महेश्वर गोईत, डॉ प्रदीप कुमार सिंह,डॉ ज्योति प्रकाश,डॉ सुनीता कुमारी, डर पूनम सहाय, डर राजकुमार शर्मा, डॉ राजकुमार चौबे,डर कंजीव लोचन डॉक्टर  स्वतंत्र सिंह, डॉक्टर राजीव सिन्हा डॉक्टर संजय प्रियम्बद सहित कई शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त किये। बैठक का संचालन डॉ ब्रजेश कुमार ने किया।बैठक के अंत मे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ एस के एम यू ,दुमका के पूर्व अध्यक्ष डॉ विजय कुमार चौधरी के आकस्मिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

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