पूर्णिया : शहर के छोटे बैंक व फाइनेंस कंपनियों में नहीं है सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 29 सितंबर 2018

पूर्णिया : शहर के छोटे बैंक व फाइनेंस कंपनियों में नहीं है सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था

  • - सीसीटीवी कैमरे के भरोसे चलाया जा रहा काम
  • - शहर और आसपास के क्षेत्र में है दो दर्जन से अधिक स्माॅल बैंक व फाइनेंस कंपनी
  • - आरबीआई के नियम के खिलाफ चल रही बैंकिंग व फाइनेंस कंपनी
  • - बैंक व फाइनेंस कंपनी में नहीं है सुरक्षा गार्ड
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पूर्णिया : शहर और आसपास के क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक निजी स्तर से छोटे बैंक और फाइनेंस कंपनी संचालित है। इन सभी कंपनियों में हर रोज लाखों का ट्रांजेक्शन होता है। इन कंपनी के एजेंट व कर्मचारी द्वारा हर रोज बाहर से कलेक्शन कर रुपए लाए जाते हैं। यहां तक कि कंपनी के ग्राहक भी किश्त के रुपए कंपनी में जमा करते हैं। इस हिसाब से कंपनी संचालित स्थल को काफी संवेदनशील माना गया है। आरबीआई ने भी कारोबार स्थल पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के सख्त निर्देश दिए हैं। लेकिन यह छोटे बैंक और फाइनेंस कंपनी आरबीआई के नियम को ताक पर रखकर संचालित हो रही हैं। दरअसल बात यह है कि कंपनी खर्च बचाने के लालच में सुरक्षा गार्ड नहीं रखती है। जिसका फायदा लुटेरे और अपराधियों को मिलता है। भास्कर की टीम ने शहर और आसपास के क्षेत्र में संचालित छोटे बैंक व फाइनेंस कंपनियों का जायजा लिया तो चौंकाने वाले हालात सामने आए। किसी भी छोटे बैंक व फाइनेंस कंपनी में सुरक्षा गार्ड नहीं मिले। कुछ कंपनियों में सीसीटीवी कैमरे लगे थे लेकिन कई कैमरे काम नहीं कर रहे थे। कैमरा सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए था। 

कटिहार मोड़ बेलौरी रोड, सिनेमा हॉल के पास एक निजी मार्केट में संचालित उत्कर्ष फाइनेंस बैंक में बड़ा सा हॉल है। उसी हॉल में बैंक संचालित है। यह बैंक महिलाओं का ग्रुप बनाकर बीस हजार रुपए तक लोन फाइनेंस करता है। दिन भर ग्रुप की महिलाओं की भीड़ लगी रहती है। बैंक के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। लेकिन उसके अलावा सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। बैंक के अंदर कोई भी आसानी से प्रवेश कर सकता है। बैंक के शाखा प्रबंधक सचिन कुमार ने बताया कि बैंक में सुरक्षा गार्ड रखने की बात हो रही है। बैंक की अन्य दो शाखा गुलाबबाग व मधुबनी में भी संचालित हैं। वहां भी सुरक्षा गार्ड नहीं है। सीसीटीवी कैमरा के भरोसे ही सुरक्षा व्यवस्था है। बताया कि बैंक की शाखा संचालन होने की सूचना जिलाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक व सदर थाना को दे दी गई है। 

कटिहार मोड़ बेलौरी रोड़, सिनेमा हॉल के पास एक निजी मार्केट में सैटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क लिमिटेड नाम का बैंक संचालित है। यह बैंक महिलाओं का ग्रुप बनाकर बीस हजार रुपए तक का लोन फाइनेंस करता है। बैंक के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। लेकिन जानकार बताते हैं कि कई कैमरे खराब हैं। यह सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए है। बैंक में सुरक्षा गार्ड नहीं है। सीसीटीवी के भरोसे ही काम चलाया जा रहा है। बैंक के अंदर कोई भी आसानी से प्रवेश कर तकता है। बैंक के शाखा प्रबंधक अनिल मिश्रा ने बताया कि बैंक में सुरक्षा गार्ड के लिए कंपनी को कहा गया है। जल्द ही सुरक्षा गार्ड रख लिया जाएगा। बैंक के अन्य तीन ब्रांच भी हैं। वहां भी सुरक्षा गार्ड नहीं है। सीसीटीवी कैमरा और अपने स्तर से ही सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बैंक संचालन होने की सूचना जिलाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक व सदर थाना को दे दी गई है।

कटिहार मोड़ बेलौरी रोड़, सिनेमा हॉल के पास एक निजी मार्केट में एसबीआई का सीएसपी ब्रांच संचालित है। यह बैंक भवन के सड़क किनारे चल रहा है। बैंक में लोग एसबीआई का खाता खोलने व जमा निकासी के काम से पहुंचते हैं। लेकिन बैंक में न तो सीसीटीवी कैमरा लगा है और न ही कोई सुरक्षा गार्ड है। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। बैंक के एक कर्मी ने बताया कि बैंक में किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, हमेशा हादसे का भय बना रहता है।

कहीं इंश्योरेंस के भरोसे तो नहीं चल रही माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था 

लूटकांड की घटना के बाद माइक्रो फाइनेंस कंपनी के लीड मैनेजर लीगल एंड क्राइसिस से इंटरव्यू में रिपोर्टर द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब के अंश...

भारत फाइनेंसियल इंक्लूजन लिमिटेड के बेलौरी स्थित पूर्णिया बी ब्रांच में हुए 7 लाख की लूट कांड पर जो कमी पाई गई, उस पर कई बार क्षेत्रीय प्रबंधक अभिनव सिन्हा से जवाब मांगा गया। हर बार उन्होंने इसके लिए अधिकृत पर्सन लीड मैनेजर लीगल एंड क्राइसिस के नागार्जुन से ही पूछने को कहा। क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि किसी भी सवाल जवाब के लिए वे अधिकृत नहीं है। जब काफी प्रयास के बाद नागार्जुन जी से उनके मोबाइल पर संपर्क हुआ तो उन्होंने बैंक से जुड़ी उन सभी सवालों के जवाब दिए जिनको जानने के लिए लोगों में उत्सुकता थी। लोगों का कहना था कि जब एक छोटा सा काम दुकानदार अपने दुकान के सामानों की सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरा लगाता है तो लाखों का कारोबार करने वाला फाइनेंस कंपनी इन जरूरी चीजों को कैसे भूल गया। 

रिपोर्टर का सवाल : आखिर कंपनी का पूर्णिया बी ब्रांच एक छोटा सा लगभग 10 -12 इंच के साइज का बोर्ड लगाकर गुपचुप तरीके से ब्रांच का क्यों कर रही थी।
लीगल मैनेजर का जवाब : ब्रांच के बाहर बड़ा बोर्ड लगाने का प्रावधान है पूर्णिया के अन्य ब्रांच में बड़ा बोर्ड लगा हुआ है। यहां का बोर्ड गंदा हो गया था। उसे ब्रांच में खोल कर रखा गया है। जिसे बदलकर लगाया जाने वाला था और यह घटना घट गई।

रिपोर्टर : आखिर इतने बड़े पैमाने पर यहां नगद कैश का रखरखाव हो रहा था तो सीसीटीवी और सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं रखे गए थे
लीगल मैनेजर : माइक्रो फाइनेंस कंपनी गरीबों को न्यूनतम ब्याज दर पर समूह के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराती है इसीलिए वह सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी के खर्च को वाहन करने की स्थिति में नहीं है। सिर्फ उनके माइक्रो फाइनेंस में ही ऐसी स्थिति नहीं है अन्य लगभग 25- 30 फाइनेंस कंपनियों की भी यही स्थिति है वहां भी कोई गार्ड या सीसीटीवी कैमरा इसी कारण से वे भी इन सुरक्षा मानकों को नहीं ले पाए हैं।

रिपोर्टर  : सुरक्षा के दृष्टिकोण से कंपनी इस तरह की लूट कांड की घटना से बचने के लिए क्या कर रही है।
लीगल मैनेजर  : ब्रांच में लूट जैसी घटना बिहार के बाहर भी हुई है जिसको लेकर कंपनी विचार कर रही है निकट भविष्य में ही सीसीटीवी और सुरक्षा गार्ड जैसी सुविधा से ब्रांच सुसज्जित होगा।

रिपोर्टर  : आखिर इतने बड़े पैमाने पर कैश का ब्रांच में रख रखा हो रहा था तो इसकी जानकारी स्थानीय थाना को क्यों नहीं दी गई।
लीगल मैनेजर  : बिहार सरकार के पोर्टल पर सभी माइक्रो फाइनेंस कंपनी के डिटेल मौजूद है फाइनेंस कंपनी माध्यम से इसकी जानकारी हो जाने की बात समझती है स्थानीय स्तर पर भी इसकी सूचना कराई जाती है कभी उनके अफसर तो कभी हमारे फाइनेंस के अधिकारी बदल जाते हैं इस कारण इसका लेखा-जोखा नहीं रह पाता है।

रिपोर्टर  : कहीं इंश्योरेंस के भरोसे तो नहीं चल रही है माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के सुरक्षा व्यवस्था? 
लीगल मैनेजर  : कितने का इंश्योरेंस है उसका क्या क्रिटेरिया है किस बेस पर इंश्योरेंस मिलेगा। इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। इसके लिए कंपनी के सूचना अधिकारी हैं वह इसका जवाब दे सकते हैं।

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