मधुबनी : कुपोषण को दूर करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 8 सितंबर 2018

मधुबनी : कुपोषण को दूर करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन

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मधुबनी, 08, सितंबर 18, जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत कुपोषण को दूर करने को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर श्री दुर्गानंद झा,अपर समाहत्र्ता,मधुबनी, श्री सुनील कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री कुमार गौरव,सहायक समाहत्र्ता,मधुबनी(प्रषिक्षु), श्री विनोद कुमार पंकज,वरीय उप-समाहत्र्ता,मधुबनी, डाॅ. अमरनाथ झा,सिविल सर्जन,मधुबनी, श्री अषोक त्रिपाठी,जिला आपूर्ति पदाधिकारी,मधुबनी,डाॅ. रष्मि वर्मा,जिला प्रोग्राम पदाधिकारी,आई.सी.डी.एस.,मधुबनी, श्रीमती किरण कुमारी,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,रहिका, श्रीमती ज्योति सिन्हा,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,लदनियां, श्रीमती सारिका कुमारी,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,जयनगर, श्रीमती सुषीला कुमारी,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,बेनीपट्टी, श्रीमती रष्मि कुमारी,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,बासोपट्टी, श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी,डी.टी.एल,केयर इंडिया, मधुबनी डव्ल्यूएचओ के एसएमओ समेत अन्य बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाएं भी उपस्थित थी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि कुपोषण जिले के लिए ही नहीं,बल्कि पूरे देष के लिए अभिषाप है। कुपोषण से मुक्ति के लिए समाज कल्याण विभाग,षिक्षा,स्वास्थ्य,पीएचईडी,पंचायती राज सहित अन्य विभाग को एकजुट होकर काम करने की आवष्यकता है। तब जाकर ही कुपोषण से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुपोषण की मुख्य वजह लोगों में जागरूकता का अभाव भी है। लोग जानकारी नहीं होने के कारण सस्ते पोषण युक्त भोज्य पदार्थो का भी सेवन नहीं कर पाते है। जिला पदाधिकारी ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों एवं अन्य कर्मिर्यों को पोषण माह कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अहम योगदान देने का निर्देष दिया। ताकि जिले के कुपोषण के आंकड़े को शीघ्र कम किया जा सके। साथ ही पोषण माह के तहत प्रतिदिन आयोजित किये जाने वालें कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूर्ण करने का निदेष दिया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों तथा कर्मियों द्वारा पोषण दूर करने से संबंधित शपथ लिया गया एवं शपथ पत्र पर हस्ताक्षर अभियान के तहत हस्ताक्षर किया गया। तत्पष्चात कार्यक्रम से संबंधित पावर प्वाइंट प्रजेंटेषन के जरिये जीवन के प्रथम हजार दिन की महत्ता के बारें में,एनीमिया की रोकथाम, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता एवं स्वच्छता तथा पोषण अभियान से संबंधित कार्यक्रमों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। 

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