मधुबनी। (जिला अतिथि शाला से) बिहार राज्य साक्षरता संयुक्त संघर्ष मोर्चा के जिला इकाई- मधुबनी के शिष्टमंडल से जन शिक्षा निदेशक विनोदानंद झा की वार्ता का मुख्य अंश:--
प्रश्न: -- जन शिक्षा निदेशालय के पत्रांक:--1199 व 1682 को रद्द किया जाए?
निदेशक: -- 1199 व 1682 पत्र निरस्त नही हो सकता?
प्र:-- आखिर क्यों?
निदेशक: -- यह शासन के आदेश से निकला है।इसे निरस्त कैबिनेट ही कर सकता है ।
प्रश्न:- आखिर 1199 पत्रांक क्यों निकाला गया?
निदेशक: -- भारत सरकार ने साक्षर भारत मिशन बंद कर दिया था?
प्रश्न: -- आपने 1199 के बाद 1682 पत्रांक निर्गत किए है उसमें आपने कहा है कि अनौपचारिक रूप से ज्ञात हुआ है कि साक्षर भारत मिशन बंद हो गया।आपने अनौपचारिक ज्ञान से औपचारिक पत्र कैसे निर्गत किया?
निदेशक: -उस समय की बात छोड़िए अब भारत सरकार से पत्र मिल गया है।आप साक्षर भारत मिशन के कर्मी थे इसलिए हटाया गया ।
प्रश्न: - वेशक हम साक्षर भारत मिशन में काम करते थे किन्तु हमारी वहाली बिहार सरकार के पत्रांक 402 से हुई है। और हमें बिहार सरकार के कर्मी के रूप में बहाल किया गया है?
निदेशक: - आप राज्य सरकार के कर्मी नही है। 402 में मैं हूँ ऐसा नही कहा गया है।
प्रश्न: -- क्या बिहार सरकार ने केन्द्र सरकार के नियमावली से पृथक अपना नियोजन नियमावली नही बनाया ?
निदेशक: -- नही।
प्रश्न: -- क्या 402 बिहार सरकार का पत्र है या नही?
निदेशक: -- है।बिहार सरकार का है।
प्रश्न: - क्या 402 बिहार सरकार के कैबिनेट व कार्मिक विभाग से स्वीकृत नही प्राप्त है?
निदेशक: - स्वीकृत है।
प्रश्न: -- क्या प्रेरक समन्वयक की बहाली 402 से नहीं हुई है?
निदेशक: - हुई है।
प्रश्न: --क्या उक्त पत्र में प्रेरक समन्वयक का पद सृजन नही किया गया है ?
निदेशक: - किया गया है ।
प्रश्न: -- जब पद सृजित कर शिक्षक रोस्टर की भाॅति बिहार सरकार अपना संविदा कर्मी के रूप में बहाल करती है तो हमें हटाने का क्या औचित्य है?
निदेशक: - यह प्रश्न सरकार से पुछिए।
प्रश्न: - हम बिहार सरकार के संविदा कर्मी है ।योजना बंद होने या न होने से हमें प्रभावित नहीं होना चाहिए ।बंद होने की स्थिति में नियमानुकुल किसी भी विभाग में यथा अनुकुल हमें स्थापित क्यों नही किया गया?
निदेशक: - इसका निर्णय कैबिनेट में लिया जाता है।इस प्रश्न का उत्तर सरकार देगी।वैसे विभाग में यह प्रश्न चर्चित है ।
प्र:- साक्षर भारत मिशन कर्मियों को राज्य संपोषित योजना मे समायोजन क्यों नही किया जाता ?
निदेशक: -- समायोजन के विषय में विचार किया जा रहा है।किन्तु ठोस पहल अभी नही हुआ है ।भारत सरकार की नई योजना का प्रारूप नही आया है जो उस संदर्भ में कुछ कहा जा सके।
प्रश्न: --जन शिक्षा निदेशालय के पत्र 1199 को रद्द नही कर गरीब प्रेरक समन्वयक को परिवार नही चला पाने की स्थिति में अप्रत्यक्ष रूप से आपके द्वारा आत्महत्या करने अथवा अपराध(अलगाववादी कार्य से) कर गुजर बसर करने पर मजबूर नही किया गया है?
निदेशक: - ऐसा मैं नही कहता हूँ कि आप ऐसे काम करे।
प्रश्न: -- सात साल काम करने के बाद आप हटा कर क्या दर्शाते है यही कि आप आत्महत्या कर लो या अपराध कर जियो हमें मतलब नही?
निदेशक :- नही मेरा मकसद ऐसा नही है।आपलोग जो सोचो।पर मैं नही कहता।मैं आपके विषय को गंभीरता से लिया हूँ ।इस पर पुनः पहल करेंगे ।
प्रश्न: -- उच्च स्तरीय कमेटी में हमें स्थान क्यों नही दिया गया?
निदेशक: -- पुनः आपलोगों के लिए पत्राचार किया जायेगा।
प्रश्न: --(ज्योति कुमारी द्वारा) एक ओर सरकार महिला विकास की ढिंढोरा पिटती है।पचास प्रतिशत शिक्षकों की भाॅति प्रेरक बहाली में आरक्षण देती है।फिर हम महिला प्रेरक सात साल काम करने के बाद हटा दी जाती हूँ तो इससे हम महिला क्या समझे यही कि जो सरकार कहती है वह करती नही?
अब हम गरीब महिला प्रेरक कैसे अपने परिवार को चलाऊॅ? समाज और परिवार की अपमानित ताना को कैसे सहन करूँ?
निदेशक: -- इस प्रश्न का उत्तर सरकार देगी।मैं कुछ नही उत्तर दे सकता ।
प्रश्न: -- हमलोगों को नियमानुसार नियमित क्यों नही किया गया?
निदेशक: --यह मान्य नही है।
प्रश्न: - लम्बित मानदेय का भूगतान कब तक होगा?
निदेशक: -- तकनीकी समस्या के कारण भूगतान नही हो पाया है।लगभग दस दिनों में इस समस्या से निजात पा लिया जायेगा।उन्होंने कहा कि मात्र सोलह माह का ही लम्बित भूगतान की राशि दी जा रही है।
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