नई दिल्ली, 1 सितम्बर, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि लोगों को त्वरित गति से न्याय प्रदान करने में प्रौद्योगिकी बेहद मददगार हो सकती है। उन्होंने वकीलों से कहा कि उन्हें विशेष परिस्थितियों के अलावा मामले में स्थगन मांगन से बचना चाहिए। राष्ट्रपति ने कानून बिरादरी से मामले को स्थगित करने की आम प्रवृत्ति की संस्कृति से दूर रहने का आग्रह किया और कहा, "प्रौद्योगिकी तेजी से न्याय प्रदान करने में काफी सहायक साबित हो सकती है।" उन्होंने उम्मीद जताई कि पूरी कानून बिरादारी विशेष परिस्थिति को छोड़कर बार-बार तारीख लेने की प्रवृत्ति से बचेगी। राष्ट्रपति ने सर्वोच्च न्यायालय एडवोकेट-ऑन-रिकार्ड एसोसिएशन के 'टेक्नोलॉजी, ट्रेनिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर : कीज टू स्पीडी जस्टिस' एंड 'द चेंजिंग फेस ऑफ लिगल एजुकेशन इन इंडिया' पर आयोजित एक दिवसीय कांफ्रेंस में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों पर केस का अत्यधिक दबाव है और इस वजह से भारतीय न्यायिक प्रणाली को मामले के देरी से निपटारे के लिए जाना जाने लगा है।
रविवार, 2 सितंबर 2018
त्वरित न्याय तंत्र के लिए बहुत मददगार है प्रौद्योगिकी : कोविंद
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