बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) जिला बेगूसराय के उत्तरी छोर पर बखरी अनुमण्डल प्रशासनिक उपेक्षा का दंश झेल रहा है।अनुमण्डल प्रशासन कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है।राज्य सरकार के तमाम विकास कार्यक्रम की गति बखरी तक जाते-जाते चिता (मृत्यु शैया) पर चिरकाल के लिये चला जाता है। न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था का आलम यह है कि वे राजा जैसा व्यवहार करते हैं। आपको बता दें कि बखरी 1994 से अनुमण्डल है लेकिन अनुमण्डल की सुविधा के नाम पर खानापूर्ति भी नही।बखरी अनुमण्डल अधिवक्ता संघ द्वारा दर्जनो बार संबंधित अधिकारी से गुहार लगाया गया कि यथाशीघ्र स्वीकृत न्यायिक भवन का निर्माण बखरी अनुमण्डल में हो।कुछ माह पहले अनुमण्डल प्रांगण में अधिवक्ता संघ द्वारा 2 दिवसीय धरना भी हुआ लेकिन कोई सुनवाई अभी तक नही हुई है। यहां के अनुमण्डल प्रशासन द्वारा प्रारंभ से ही आम जन के अधिकारों के प्रति नकारात्मक रवैया रहा है।बखरी का अनुमंडल बनाओ आंदोलन के जन आक्रोश को आज भी लोग शिद्दत से याद करते हैं।बखरी के लोगो ने संघर्ष कर अनुमंडल की मान्यता ली थी।अनुमण्डल बनने के बाद भी बखरी के लोगों को अपना न्यायिक हक हेतु बेगूसराय जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।क्या यह उचित है?
शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018
बेगूसराय : बखरी अनुमंडल अधिवक्ता संघ की मांग,
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