बिहार राज्य रसोइया विद्यालय संद्य
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रसोइया के साथ भेदभाव किया जा रहा हैं.आशा कार्यकर्ता का इंसेटिव दोगुना और आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय में दोगुना वृद्धि कर दिया गया.तो विद्यालय रसोइया का मानदेय एक पैसा नहीं बढ़ाया गया है. बिहार राज्य रसोइया विद्यालय संद्य के राज्य अध्यक्ष सरोज चौबेे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोहरी नीति खेल रहे हैं.आशा कार्यकर्ता का इंसेटिव दोगुना और आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय में दोगुना करके सम्मान दिया है. विद्यालय रसोइया का मानदेय में एक पैसा नहीं बढ़ाकर अपमानित कर रहे हैं.हद तो यह है कि 12 माह के मानदेय देने के बदले 10 माह का ही मानदेय दे रहे हैं. राज्य अध्यक्ष आशा कार्यकर्ता संद्य शशि यादव ने कहा कि विद्यालय रसोइया को विभिन्न कारणों से कई महीनों का वेतन नहीं मिल रहा है.इनको मात्र 6 सौ रूपये मानदेय दिया जाता है.इनका न वर्तमान और भविष्य ही उज्जवल है. दुर्द्यटना बीमा, स्वास्थ्य बीमा या पेंशन लाभ नहीं मिल रहा है.एक परिसर में कार्य करने वालों के साथ शिक्षक सम्मानपूर्ण ढंग से व्यवहार नहीं करते हैं.हरदम काम से हटा देने की धमकी देते हैं. अखिल कर्मचारी महासंद्य के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद व राज्य महासचिव ऐक्टू आर.एन. ठाकुर ने संयुक्त रूप से कहा कि 15 अगस्त से पहले शौचालय नहीं बनाने पर नौकरी से हटा देने की धमकी दी गयी है. विद्यालय रसोइया को न्याय दिलवाने के प्रयास में पूर्ण हड़ताल करने का आह्वान किया गया है.पांच दिवसीय आंदोलन की द्योषणा की गयी है.5-6 अक्टूबर को जिला और प्रखंड मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन होगा. 7 अक्टूबर को मशाल जुलूस और 8-9 अक्टूबर को पटना गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन होगा.
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