बिहार : भाकपा में गुजरात में हमले की भर्त्सना की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 14 अक्तूबर 2018

बिहार : भाकपा में गुजरात में हमले की भर्त्सना की

cpi logo
पटना, 14 अक्टूबर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद के सचिव सत्य नारायण सिंह ने प्रेस बयान जारी कर गुजरात से बिहारी व उत्तर प्रदेषी लोगों को भगाने की भाजपाई साजिष की तीव्र भत्र्सना करते हुए कहा कि इससे भाजपा-संघ परिवार का नवफासीवादी चेहरा बेनकाब हो गया है।

भाकपा नेता ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में बिहार, उत्तर प्रदेष समेत हिन्दी भाषी राज्यों में भाजपा के पराजय की तेजी से बनती-बढ़ती जा रही संभावनाओं के मद्देनजर इन प्रदेषों के लोगों को जानबूझकर निषाना बनाया जा रहा है, गुजरात से कामगारों,  कारोबारियों व उनके परिजरनों को भयाक्रांत कर भगाया जाना उसी साजिष की कड़ी है। यह कहना कि त्योहारों की वजह से लोग वापस आ रहे हैं, सच्चाई को छिपाने और संघी-भाजपाई कारगुजारियों की लीपापोती करने का प्रयास है।

हरेक बिहारी असलियत को समझ रहा है और स्थिति यदि ऐसी ही बनी रही तो केन्द्र सरकार के मंत्रियों को बिहार यात्राओं के दौरान जन प्रतिरोध झेलना पड़ेगा। महात्मा गांधी और सरदार पटेल के गुजरात को मोदी-षाह का दंगाई गुजरात बनाना न सिर्फ राष्ट्रहित व राष्ट्रीय एकता के लिए घातक है, वरन् बहुसंख्यकवादी सांप्रदायिकता का सबसे घिनौना चेहरा है। हरेक देषभक्त को इसका सक्रिय विरोध करना चाहिए ।

कोई टिप्पणी नहीं: