दुमका : SHG ग्रुप की महिलाओं द्वारा निर्मित बासुकी अगरबत्ती की अपनी एक अलग पहचानः डीसी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 7 अक्तूबर 2018

दुमका : SHG ग्रुप की महिलाओं द्वारा निर्मित बासुकी अगरबत्ती की अपनी एक अलग पहचानः डीसी

dumka-dc
दुमका (आर्यावर्त डेस्क) फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून में 4 अक्टूबर से 6 अक्टूबर 2018 तक इंटरनेशनल बायोडायवर्सिटी कांग्रेस 2018 का आयोजन किया गया। इस आयोजन में देश के विभिन्न संस्थाओं द्वारा किये गए नवोन्मेषी कार्यों की लगभग 2000 प्रतिभागियों द्वारा 86 स्टॉल लगाए गए थे। लगभग 13 देश के लोगों के द्वारा यहाँ स्टॉल लगाया गया था। झारखण्ड तथा दुमका से दुमका की महिलाओं द्वारा निर्मित बासुकी अगरबत्ती की भी प्रदर्शनी इस दौरान लगायी गयी थी। महिलाएं प्रदर्शनी के लिए 500 पैकेट अगरबत्ती ले गयी र्थी जिसे विभिन्न देशों से आये लोगों द्वारा खरीदारी की गयी। इस दौरान बासुकी अगरबत्ती निर्माण की पूरी प्रक्रिया से भी लोगों को अवगत कराया गया। सभी लोगों ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की खूब प्रशंसा की तथा बड़ी संख्या में लोगों ने अपना घर का पता भी दिया और अगरबत्ती डाक से माध्यम से भेजने को कहा। दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित बासुकी अगरबत्ती पूरे बाजार में अपनी एक अलग पहचान रखता है। श्रावणी मेला के दौरान बड़ी संख्या में बासुकिनाथ धाम आये श्रद्धालुओं ने इसकी खरीदारी की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन में बासुकी अगरबत्ती की प्रदर्शनी लगाने से बासुकी अगरबत्ती की पहचान अन्य राज्यों में भी बनेगी साथ ही इससे महिलाएं आर्थिक रूप से और भी सशक्त होगीं।

कोई टिप्पणी नहीं: