नयी दिल्ली, दो अक्टूबर, ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली - उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों के शांतिपूर्ण विरोध मार्च को रोकने के लिए गांधी जयंती पर पुलिस की कार्रवाई बर्बरतापूर्ण थी और उनकी मांगों पर विचार करने का केंद्र का आश्वासन ‘झांसा’ लगता है। एआईकेएस ने कहा कि देश के किसान केंद्र और अनेक भाजपा नीत राज्य सरकारों के हमले का सामना कर रहे हैं। एआईकेएस के महासचिव और वामपंथी नेता अतुल कुमार अन्जान ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा महात्मा गांधी के विचारों को लेकर तथाकथित प्रतिबद्धता महज दिखावटी प्रेम और घड़ियालू आंसू बहाना है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, ‘‘गांधी जयंती पर शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली आ रहे किसानों पर एक बार फिर बर्बरतापूर्ण पुलिस कार्रवाई की गयी।’’ स्वामीनाथन आयोग में भारतीय किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्जान ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों पर की गयी कार्रवाई की निंदा की। अन्जान ने कहा कि गांधी के सिद्धांतों का पालन करने का दावा करने वाली मोदी सरकार ने शांतिपूर्ण किसानों पर निशाना साधकर राष्ट्रपिता का अपमान किया है। एआईकेएस नेता ने कहा कि राजनाथ सिंह द्वारा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और कृषि रिण में छूट देने जैसी किसानों की मांग को तथाकथित रूप से स्वीकार करना ‘झांसा’ देना है।
बुधवार, 3 अक्तूबर 2018
किसानों पर पुलिस कार्रवाई बर्बर, केंद्र का आश्वासन ‘झांसा’ : एआईकेएस
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