एकता महिला मंच, बिहार की संयोजिका मंजू डुंगडुंग सम्मानित
ग्वालियर: मध्य प्रदेश में है ग्वालियर.यहां से एकता परिषद व सम्मान विचारधाराओं के संगठनों ने जनांदोलन 2018 शुरू किया.इस अवसर पर केरल से मध्य प्रदेश तक 12 राज्य का 45 दिनों तक महिला भूमि संवाद यात्रा में शामिल होने वाली चार वीरांगना को ग्वालियर में सम्मानित किया गया.इसमें झारखंडी में जन्म लेने व बिहार में कार्य करने वाली मंजू डूंगडूंग के साथ श्रद्धा कश्यप,कस्तूरी पटेल व शोभा थे. मालूम रहे कि 16 अगस्त को केरल प्रदेश के तिरूवनंतपुरूम से शुरू की गई संवाद यात्रा45 दिनों में 12 राज्यों में संवाद यात्रा कर ग्वालियर पहुंचे थे. एकता महिला मंच,बिहार की संयोजिका मंजू डुंगडुंग ने कहा कि महिलाओं के किसान एवं भूमि अधिकारों संबंधित समस्याओं को राष्ट्रीय क्षितिज पर लाने का प्रयास है.भारत में हमलोग यानी 75 प्रतिशत महिलाएं कृषि की गतिविधियों में हिस्सेदार हैं.यह उल्लेखनीय है कि भारत में कृषि महिलाओं की सहभागिता के बिना असंभव है.महिलाएं औसतन पुरूषों से लगभग 1500 घंटे सालाना किसानी करने के साथ-साथ पशु पालन,सब्जी की खेती,चारे का संग्रहण एवं घरेलु पोल्ट्री में भी अहम भूमिका निभाती हैं. बिहार की संयोजिका मंजू डुंगडुंग ने कहा कि महिला किसान भू-यात्रा 16अगस्त को केरल प्रदेश के तिरूवनंतपुरूम से शुरू होगी.12 राज्य यथा केरल,तमिलनाडु ,कनार्टक, आंध्र प्रदेश , तेलंगाना , उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़,बिहार, उत्तर प्रदेश,राजस्थान व मध्य प्रदेश. संपति में महिलाओं के हिस्सेदारी के लिए.महिलाओं को कृषक का दर्जा दिलाने के लिए.महिलाओं को आवास और वन भूमि का अधिकार मिले.मालिकाना हक के कागजों पर महिलाओं के भी नाम हो.सामुदायिक जमीन पर महिलाओं के उपयोग के लिए उपलब्ध हो.महिलाओं को कृषि एवं अन्य ऋण मिले.मंडी पंचायत एवं उत्पादक संस्थाओं में महिलाओं को सदस्यता मिले.समस्त शासकीय एवं अर्धशासकीय योजनाओं में महिलाओं की समान भागीदारी हो. श्रद्धा कश्यप, मंजू डुंगडुंग,कस्तूरी पटेल,शोभा तिवारी,कोमल आदि यात्रा की वीरांगना हैं और संचालन कर रही हैं.
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