बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष महादलितों का गुहार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 11 अक्तूबर 2018

बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष महादलितों का गुहार

एक तरफ फोरलेन सड़क निर्माण से तो दूसरी तरफ भूदान करने वाले परिवारों द्वारा भूखंड छोड़ने का खतरा व दबाव बढ़ा

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आखिरकार भगवतीपुर हाशिमचक मुसहरी के लोग जाएं तो जाएं कहां
दानापुर: बिहार सरकार के द्वारा आवासीय भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन देने का प्रावधान है.अगर समस्याओं को देखे कि सबसे उपयुक्त भगवती हाशिमचक मुसहरी है जो एक तरफ फोरलेन सड़क निर्माण से तो दूसरी तरफ भूदान करने वाले परिवारों द्वारा भूखंड छोड़ने का खतरा व दबाव बढ़ गया है.

सीएम नीतीश कुमार के समक्ष गुहार 
गुहार लगाने वालों का कहना है कि हमलोग फोरलेन सड़क निर्माण की चपेट में आ गए हैं. हमलोगों को किसानों ने भगवतीपुर हाशिमचक मुसहरी में बसाया है।यह जमीन मात्र 6 कट्टे है.अब 6 कट्टे भूदान करने वालों का वंशज अधिकार जमाने के चक्कर में है.कहते हैं कि आपलोगों को हमारे पूर्वज खेत में काम करने के एवंज में रहने के लिए जमीन दिए थे। अब आपलोग खेत में काम नहीं करते हैं तो हमलोगों को जमीन दे दें. अभी दो तरह की परेशानियों से महादलित जूझ रहे हैं।

12 महादलित मुसहर परिवार कष्ट में 
यहां की आबादी करीब 50 है। इनका एक पैर मुसहरी में तो दूसरी पैर सड़क पर है। यह हाल पटना जिले के दानापुर प्रखंड, पंचायत सरारी और गांव भगवतीपुर हाशिमचक का है। विकास और कल्याण का अंदाजा लगाया सकता है. आजादी के 71 साल के बाद भी कोई महादलित मैट्रिक उर्तीण नहीं हैं। यहां की स्थिति गंभीर है क्या बच्चे सयाने सभी लोग दो जून की रोटी की तलाश में जुटे रहते हैं।

क्या कहती है शहेन्द्र मांझी की पत्नी जितनी देवी ?
जितनी देवी कहती हैं कि हमलोग चार पुश्त से स़ड़क के किनारे रहते हैं।यहां पर सरकार के द्वारा 14 हजार रूपये लागत वाला इंदिरा आवास योजना से मकान बना रखा है। जो जर्जर हो गया है। सरकार के द्वारा जर्जर इंदिरा आवास मकान को पुर्ननिर्माण तो नहीं करा सकी। वह काम फोरलेन बनाने वालों ने कर दिया है। फोरलेन की चपेट में 6 कट्टे वाली मुसहरी आ गयी है। फोरलेन बनने से मुसहर समुदाय बेहाल हैं। कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसके आलोक में महादलितों का कहना है कि सरकार पुनर्वास की व्यवस्था करें।

हमलोग दानापुर रेलवे स्टेशन से बनने वाले फोरलेन के गिरफ्त में हैं
फुलवा देवी के पति सुरेन्द्र मांझी, सुकली देवी के पति सुरेश मांझी, रीकंल देवी के पति नागेन्द्र मांझी, श्यामसुंदरी देवी के हलेन्द्र मांझी, पुनम देवी के पति प्रमोद मांझी, रेखा देवी के पति श्यामजीत मांझी, गायत्री देवी के पति कृष्णा मांझी, बबीता देवी के पति पिंटू मांझी, रेशमी देवी के पति इन्द्रदेव मांझी, पिंकी देवी के पति पंकज मांझी, राजमणि देवी के पति राजू मांझी, जितनी देवी के पति शहेन्द्र मांझी हैं. इन महादलितों का कहना है कि सरकार के द्वारा आवासीय भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन देने का प्रावधान है। वहीं आजीविका के लिए 1 एकड़ खेती योग्य जमीन देनी है। इसके आलोक में उपरोक्त 12 परिवारों को महिला के नामपर 10 डिसमिल आवासीय भूमि और 1 एकड़ खेती योग्य जमीन दी जाए।

क्या कहते हैं  भगवतीपुर हाशिमचक महादलित मुसहरी के लोग ?
एकता परिषद व समानविचाराधारा के द्वारा जनांदोलन 2018 में भाग लेने के बाद दानापुर आने पर महादलितों ने कहा कि अपनी समस्याओं को  लेकर जनांदोलन जारी रखेंगे.मुख्यमंत्री के अलावे जिलाधिकारी महोदय, पटना, अनुमंडल पदाधिकारी महोदय, दानापुर, उप समाहर्ता भूमि सुधार महोदय, दानापुर व अंचल पदाधिकारी महोदय, दानापुर को प्रतिलिपि पेश करेंगे.

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