बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) शारदीय नवरात्र 10 अक्टूबर बुधवार से शुरू हो रहा हैं।इन 9 दिनों में माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों का पूजन किया जाएगा।हिन्दू धर्मावलम्बियों के आश्था और विश्वास से ओत-प्रोत का त्योहार है यह शारदीय नवरात्र पूजन।आश्विन मास की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवमी तक नवरात्र व्रत व दुर्गा पूजन किया जाता है ।शास्त्रों के मुताबिक नवरात्र के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश की स्थापना कर विधि-विधान से माँ दुर्गा की पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की पूजन मंगलकारी,सिद्धि दायक और समस्त फलदायक होती है।
यह शुभ मुहूर्त: -- प्रतिपदा तिथि बुधवार को सुबह 7.25 बजे तक है ।जो लोग 9 दिन व्रत रखते हैं और घर में घटस्थापना करते हैं वह सुबह 6.3 4 बजे से 7.25 बजे तक शुभ मुहूर्त में घट स्थापना कर सकते हैं।शास्त्रों के अनुसार इस साल प्रतिपदा तिथि 9 अक्टूबर को सुबह 9:16 से लग रही है ।यह तिथि 10 अक्टूबर को सुबह 7 बज कर 25 मिनट तक है।
क्षय हो रही है यह तिथि: -- प्रतिपदा तिथि में सूर्योदय 10 अक्टूबर को है।इसलिए देव कार्य में यही तिथि ग्राह्य है।बुधवार को दिन भर घट स्थापना की जा सकती है।इस बार द्वितीय तिथि का क्षय हो रहा है।प्रतिपदा तिथि में सूर्योदय होने के कारण पूरे दिन प्रतिपदा तिथि मान्य रहेगा।नवरात्र का आरंभ बुधवार को हो रहा है।बुध ग्रह को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से युवराज माना जाता है,साथ ही इसे नपुंसक ग्रह भी कहा जाता है।इसके उपरांत यह समय और शुभतम के साथ साथ बुद्धि और ज्ञान का कारण भी इसी ग्रह को माना गया है। इसलिए नवरात्र में विद्यार्थियों और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी व्रत रखने पर विशेष फल की प्राप्ति होना संभव है।
यह है माँ के नौ स्वरुपों का वर्णन और विशेषता: -- नवरात्र में प्रत्यवक दिन अलग अलग स्वरुपों की पूजा का विधान है।प्रथम दिन माँ शैलपुत्री,दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी,तीसरे दिन चंद्रघंटा,चौथे दिन माँ कुष्मांडा 5 में दिन माँ स्कंदमाता,छठे दिन माँ कात्यायनी,सातवें दिन माँ कालरात्रि,आठवें दिन महाअष्टमी और नवें दिन महागौरी सिद्धिदात्री के रुप में पूजनोपरान्त हवन करने का विधान है।
इस समय ना करें घटस्थापना :-- बुधवार को चित्रा नक्षत्र और वैघृति योग है।इसमें घटस्थापना आदि निषेध है ।अगर किसी कारणवश शुभ मुहूर्त सुबह 7.25 बजे तक घट स्थापना नहीं कर पाते हैं,तो आपको घटस्थापना के लिए दोपहर तक का इंतजार करना होगा।बुधवार को चित्रा नक्षत्र सुबह एक 11.02 बजे और वैधृति योग दोपहर 12 बजे तक है ।इसके बाद ही घट स्थापना करनी चाहिए।
खासकर के मंदिरों और घरों में विशेष है कलश स्थापना की तैयारी :-- शारदीय नवरात्र में बेगूसराय के विभिन्न मंदिरों में बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। दुर्गा पूजा को लेकर विभिन्न मंदिर परिसरों में साफ सफाई के साथ रंग रोगन किए गए हैं।मंदिर आने वाले भक्तों के लिए पूजा करने में उन्हें कोई असुविधा ना हो इसका इस बार विशेष ध्यान रखा गया है।
बेगूसराय मंडल कारा के अंदर भी शारदीय नवरात्र की तैयारी है जोरों पर ।
बेगूसराय मंडल कारा के अंदर भी कल से नवरात्र को लेकर यहाँ बजेगा पूजा के दौरान शंख और घंटा। बेगूसराय मंडल कारा के अंदर भी कल से होने बाले शारदीय नवरात्र को लेकर यहाँ भी तैयारी जोरों पर चल रही है।इस संदर्भ में पूछने पर मंडल कारा के अधीक्षक ब्रिजेश सिंह मेहता ने बताया कि इस बार जेल के अंदर हमारे कुछ बंद कैदी भी शारदीय नवरात्र का पूजन कल से घटस्थापना कर नियमित रूप से बुधवार दिन से करेंगे और हमारे जेल के विद्वान पंडित लक्ष्मण झा के नेतृत्व में जेल में कुल इस बार 54 बंद कैदी नवरात्र का अनुष्ठान व्रत रखेंगे। जिसमें 48 पुरुष और 6 महिलाएं कैदी हैं।उन सभी कैदियों के लिए दूध,ड्राय फ्रूट्स के साथ फलाहार की पूर्ण व्यवस्था कराई गई है।साथ ही पूरे नियम निष्ठा से कलश स्थापना कर कल से पूजन का श्री गणेश होगा।
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