वाहनों में, बस स्टैंड, रेल प्रतीक्षालय, रेलवे स्टेशन, पुलिस स्टेशन, कारागार, मनोरंजन केंद्र, डांस स्थल, पुस्तकालय, शॉपिंग मॉल, कॉफी हाउस, क्लब, न्यायालय परिसर, सभाकक्ष, प्रतीक्षालय, टी-स्टॉल मिष्ठान भंडार, ढाबा, सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों, बैंक परिसर, बैंक एटीएम, अस्पताल भवन, सिनेमा हॉल, होटल, रेस्टोरेंट, बार, कैंटीन, पंचायत भवन, धार्मिक स्थल, हवाई अड्डा, प्रतीक्षालयों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों की अब खैर नहीं। डीसी दुमका मुकेश कुमार ने सिगरेट एवं तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिशेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003 की धारा 4 के अंतर्गत आदेश निर्गत कर सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान सिगरेट एवं अन्य तंबाकू (विज्ञापन का प्रतिशेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003 के अंतर्गत दंडनीय अपराध माना है। डीसी ने सख्त निर्देश अधि करते हुए कहा कि नियम उल्लंघन पर 200 रु0 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। सार्वजनिक स्थल के मालिक प्रोपराइटर प्रबंधक पर्यवेक्षक या मामलों का प्रभारी अपने स्तर से सार्वजनिक स्थल के प्रवेश द्वार पर और अंदर सू स्पष्ट स्थान/स्थानों पर गैर धूम्रपान क्षेत्र वाले बोर्ड का प्रदर्शन किया जाना सुनिश्चित करेंगे। बोर्ड के नीचे किसी प्रकार का विज्ञापन अथवा संस्था का नाम अंकित नहीं किया जा सकता है। विज्ञापन अथवा संस्था का नाम अंकित वाले बोर्ड किसी अन्य माध्यम से प्रदर्शित किए गए गैर धूम्रपान क्षेत्र अधिनियम का उल्लंघन माना जाएगा एवं नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार, 22 अक्तूबर 2018
दुमका : सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों को भुगतना पड़ सकता है दण्ड
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