- महादलित महिला की गत वर्ष डायन के आरोप में जिंदा जलाकर कर दी गई थी हत्या, आयोग की टीम पहुंची मोहनपुर
- महादलित महिला की गत वर्ष डायन के आरोप में जिंदा जलाकर कर दी गई थी हत्या, पुलिसिया कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने मानवाधिकारी आयोग से लगाई थी गुहार, आयोग की टीम पहुंची मोहनपुर
पूर्णिया : जिले के रूपौली प्रखंड के मोहनपुर ओपी थाना के कांप गांव में गत 27 मार्च 2017 को महादलित परिवार की विधवा रामवती देवी की हत्या डायन के आरोप में जिंदा जलाकर कर दी गई थी। इस घटना से आहत रामवती की पुत्रवधू कविता देवी ने स्थानीय मोहनपुर पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में लेकर उचित न्याय की गुहार लगाई थी। जिस घटनाक्रम की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार की सुबह लगभग दस बजे घटना की सूचक कविता देवी के घर आ पहुंची। जांच टीम में पुलिस उपाधीक्षक इसान सिंह और राजेंद्र सिंह शामिल थे। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम सूचक कविता देवी और उसके पति शंकर राम से लगभग चार घंटे तक विभिन्न बिंदुओं पर गहन पूछताछ की। वहीं जांच टीम ने कांप पंचायत के मुखिया गौरी शर्मा से भी अकेले में पूछताछ करते हुए सभी बयान को कलमबंद करते हुए बयानित व्यक्तियों का हस्ताक्षर भी करवाया। जबकि एक ओर जहां जांच टीम के अधिकारियों ने बतौर गवाह रुपौली प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार को भी साथ में रखा वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी रूपौली से यह सत्यापित करवाया कि उनके समक्ष बयान बिना किसी दबाब का लिया गया है। आयोग की टीम ने घटना से जुड़े सारे कागजात को बारीकी से जांच कर सभी साक्ष्यों की छायाप्रति साथ साथ पीड़ित परिजनों का आधार कार्ड और बैंक पासबुक की छायाप्रति भी ली। जिस खाते में रामवती की मौत के बाद सरकार द्वारा दी गई सहायता चार लाख बारह हजार रुपए क्रेडिट हुआ था। बता दें कि मोहनपुर ओपी से जुड़े मामले को लेकर करीब दो बजे जांच टीम मोहनपुर ओपी पहुंची। जहां से घटना से जुड़े सारे कागजात लेकर रुपौली थाना पहुंचने का आदेश ओपी अध्यक्ष को देकर रुपौली थाना पहुंचे। रुपौली थाना में जांच टीम के समक्ष मोहनपुर ओपी के तत्कालीन ओपी अध्यक्ष राजकिशोर मंडल भी पेश हुए। जहां धमदाहा एसडीपीओ प्रेमसागर भी मौजूद थे। जांच टीम ने घटना से जुड़े मोहनपुर ओपी और रुपौली थाना के साथ ही अन्य जगहों से कागजात उपलब्ध किया। रुपौली थाना में लगभग चार घंटे लगातार गहन जांच चलती रही। मानवाधिकार आयोग की जांच टीम रुपौली थाना में बताया कि अभी घटना से संबंधित सभी साक्ष्य इकट्ठा कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ कर पूरे मामले की जानकारी प्राप्त की जा रही है। जांच टीम ने बताया कि अभी मामले से जुड़े कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। जबकि घटना के समय पदस्थापित तत्कालीन ओपी अध्यक्ष राजकिशोर मंडल को बुधवार की सुबह अपने अन्य सहकर्मियों के साथ पूर्णिया बुलाया गया है।
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